पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सिवान और भोजपुर के इलाकों का हवाई सर्वे किया. बता दें कि मुख्यमंत्री के हवाई सर्वेक्षण का यह लगातार तीसरा दिन है. इससे पहले सोमवार को उन्होंने नेपाल से सटे क्षेत्रों में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया था. रविवार को भी मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था.
22 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
बता दें कि राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. राज्यभर में लगभग 22 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ में डूबने से 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रभावित लोग अपना घर छोड़कर ऊंची जगहों पर शरण ले रहे हैं. प्रशासन की ओर से राहत देने का प्रयास जारी है, लेकिन इस भीषण बाढ़ में प्रशासन की तैयारी नाकाफी साबित हो रही है.
CM तीन दिन से कर रहे हैं हवाई सर्वे
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार और सोमवार को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था. उन्होंने नेपाल से सटे क्षेत्रों में बाढ़ ग्रस्त इलाके, दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी और मोतिहारी का हवाई सर्वेक्षण किया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पर्याप्त संख्या में रिलीफ कैंप और कम्यूनिटी किचन बनाने के निर्देश दिए हैं. हवाई सर्वेक्षण से पहले मुख्यमंत्री ने एक अणे मार्ग में आपात बैठक भी की थी. वहां उन्होंने बाढ़ ग्रस्त जिलों के बारे में अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट ली. बैठक में सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने की थी आपात बैठक
बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपात बैठक की थी. जिसमें जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत मौजूद थे. इन लोगों ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों की विस्तार से जानकारी सीएम को दी. जिसके बाद सीएम ने हवाई सर्वेक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया.