पटना: मंगलवार को जेडीयू की अहम बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी नेताओं के साथ लगभग 3 घंटे से भी अधिक समय तक चुनावी मंथन किया. पार्टी नेताओं से मिली राय के बाद पटना में 1 मार्च को कार्यकर्ता सम्मेलन कराने का फैसला भी लिया गया. नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं के सामने सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर अपना स्टैंड साफ कर दिया.
हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि हर मुद्दे पर पार्टी नेताओं से बात हुई है. मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पार्टी के प्रदेश के सभी स्तर के नेताओं की बैठक हुई. बैठक में पार्टी नेताओं से नीतीश कुमार ने फीडबैक भी लिया.
'विधानसभा चुनाव की चुनौतियों के लिए तैयार रहें'
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन आरसीपी सिंह ने पार्टी नेताओं के सामने आने वाले चुनाव को लेकर जो चुनौती है उस पर चर्चा की. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव और संसदीय दल के नेता ललन सिंह ने भी अपनी अपनी बात रखी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 40 मिनट से अधिक समय तक पार्टी नेताओं को संबोधित किया और एक-एक कर सभी मुद्दे पर अपना स्टैंड बताया.
जल जीवन हरियाली अभियान का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने सरकार के कामकाज के साथ जल जीवन हरियाली अभियान और अन्य सामाजिक मुद्दों को लेकर भी पार्टी नेताओं को जनता के बीच जाने का निर्देश दिया. नागरिकता संशोधन कानून और एनपीआर को लेकर विपक्ष के हमले और कार्यकर्ताओं में भ्रम दूर करने के लिए 1 मार्च को कार्यकर्ता सम्मेलन करने का भी फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के बाद इसकी जानकारी भी दी.
बूथ लेबल तक पार्टी की मजबूती का दावा
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है. जदयू का बूथ लेवल तक संगठन तैयार हो गया है. कार्यकर्ता प्रशिक्षित हो गए हैं और आगे पार्टी की जो भी कार्यक्रम तय होगी उस पर काम होगा.
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राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश की पहली बड़ी बैठक
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद नीतीश कुमार की पार्टी नेताओं के साथ चुनावी साल में पहली बड़ी बैठक थी. बैठक में नीतीश ने पार्टी नेताओं को अपना स्टैंड बता दिया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा की है. ऐसे में नीतीश अब पूरी तरह से चुनावी अभियान में पार्टी को झोंकने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से जदयू में लगातार संगठन पर काम हो रहा है.