पटना: छत्तीसगढ़ के अगवा कारोबारी प्रवीण सोमानी को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया है. बिहार एसटीएफ की सूचना के बाद रायपुर पुलिस ने यूपी के आजमगढ़ जिले के पास से सकुशल बरामद कर लिया है.
रायपुर में डीजीपी डीएम अवस्थी ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर बताया कि ये किडनैपिंग बेहद प्रोफेशनल ढंग से की गई थी. अगवा करने वाला गैंग कई राज्यों में सक्रिय है. छत्तीसगढ़ पुलिस उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हरियाणा, दिल्ली, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और गुजरात में टीमें लगातार सर्च कर रही थीं.
रायपुर SSP आरिफ शेख के नेतृत्व में ऑपरेशन
रायपुर SSP आरिफ शेख के नेतृत्व में पूरा ऑपरेशन हुआ है. SSP आरिफ शेख खुद पटना गए थे, जिन्होंने ऑपरेशन पूरा किया. डीजीपी ने बताया कि गिरोह के सरगना का नाम पप्पू चौधरी था, उसके साथ 10 लोगों का गैंग है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
गिरोह सरगना पप्पू चौधरी
प्रवीण सोमानी का अपहरण करनेवाले गैंग में बिहार के अपराधियों के शामिल होने की आशंका के बाद रायपुर पुलिस ने बिहार एसटीएफ से सहायोग मांगा था. इस अपहरण में वैशाली के विद्दुपुर निवासी पप्पू चौधरी का नाम सामने आया था. एसटीएफ ने वैशाली, नालंदा और पटना के कई इलाकों में छापेमारी की और उसके गैंग से जुड़े कई बदमाशों को उठाया था. बता दें कि पप्पू का नाम पहले भी बड़े उद्योगपति हनीफ हिंगोरा के बेटे सोहेल हिंगोरा के अपहरण में आया था. जांच के दौरान अगवा कारोबारी को उत्तर प्रदेश का अम्बेडकर नगर में रखने की बात सामने आई.
8 जनवरी को हुआ था अपहरण
प्रवीण सोमानी रायपुर में रहते हैं और उनका स्टील का कारोबार है. प्रवीण 8 जनवरी को धरसींवा के सिलतरा स्थित अपनी सोमानी प्रोसेसर इस्पात फैक्ट्री से पंडरी स्थित घर लौट रहे थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे. अपहर्ताओं ने परिजनों से करोड़ों की फिरौती मांगी थी.
इसके बाद अगले दिन परिवार वालों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया. पुलिस ने तलाश शुरू की तो व्यवसायी की रेंज रोवर कार उनके ऑफिस के पास लावारिस हालत में मिली थी.