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नहाय खाय को लेकर गंगा घाटों पर छठव्रतियों की भीड़, स्नान के बाद की गई भगवान भास्कर की पूजा

Chhath Puja 2023 In Patna: छठ महापर्व की आज नहाय खाय के साथ शुरुआत हो गई है. पटना में छठव्रती सुबह से ही गंगा घाटों पर पहुंचे और स्नान करने के बाद भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की. पूरे बिहार में इसी तरह से चार दिनों के महापर्व छठ की रौनक देखने को मिल रही है.

पटना के गंगा घाटों पर छठव्रतियों की भीड़
पटना के गंगा घाटों पर छठव्रतियों की भीड़
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 17, 2023, 2:27 PM IST

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पटना: चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत आज नहाए खाए से शुरू हो चुकी है. सभी छठव्रतियों ने सुबह से ही गंगा घाटों पर पहुंचकर स्नान ध्यान किया और फिर भगवान भास्कर को गंगाजल से अर्घ्य दिया गया.

पटना के गंगा घाटों पर छठव्रतियों की भीड़: साथ ही गंगा का जल लेकर छठव्रती अपने-अपने घरों को रवाना हुए. दरअसल गंगा जल, चावल, दाल, सब्जी और कई प्रकार के पकवान से नहाय-खाय के दिन भगवान भास्कर का पूजा की जाती है. इधर छठव्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए जिला प्रशासन पिछले कई दिनों से कार्य कर रहा है और गंगा घाटों को पूरी तरह से दुरुस्त कर सार्वजनिक कर दिया है.

गंगा जल ले जाते छठव्रती
गंगा जल ले जाते छठव्रती

"छठ की शुरुआत हो गयी है. पहले दिन को नहाय खाय कहते हैं. भगवान सूर्य और छठी मईया का आह्वान करने के लिए खुद को शुद्धतापूर्ण तैयार किया जाता है. कल खरना होगा. सूर्य भगवान की बहन षष्ठी माता की पूजा की जाती है. हम बिहारवासी उगते हुए सूर्य के साथ ही ढलते हुए सूर्य की भी पूजा करते हैं." - उर्मिला मिश्रा-छठव्रती

गंगा घाट पर उमड़ी भीड़
गंगा घाट पर उमड़ी भीड़

पवित्रता और शुद्धता का रखा जाता है खास ख्याल: बता दें कि नहाय खाय के दिन छठ व्रती शुद्धता का पूरा ख्याल रखते हैं. पहले दिन छठव्रती आम के दातुन से मुंह साफ करते हैं. उसके बाद गंगा स्नान कर गंगा की पूजा करते हैं या फिर आसपास में जो नदी तालाब होता है, वहां स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं. नहाय खाय के अगले दिन खरना किया जाएगा.

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गंगा जल ले जाते छठव्रती
गंगा जल ले जाते छठव्रती

"छठ की शुरुआत हो गयी है. पहले दिन को नहाय खाय कहते हैं. भगवान सूर्य और छठी मईया का आह्वान करने के लिए खुद को शुद्धतापूर्ण तैयार किया जाता है. कल खरना होगा. सूर्य भगवान की बहन षष्ठी माता की पूजा की जाती है. हम बिहारवासी उगते हुए सूर्य के साथ ही ढलते हुए सूर्य की भी पूजा करते हैं." - उर्मिला मिश्रा-छठव्रती

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