पटना: शिक्षा विभाग के मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच के विवाद को लेकर जेडीयू और आरजेडी में ठनी हुई है. बुधवार को इसको लेकर जमकर बयानबाजी हुई यहां तक की केके पाठक को चंद्रशेखर ने पीत पत्र जारी कर फटकार लगाई तो वहीं आरजेडी के नेताओं ने विभाग से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग कर डाली. इन सबके बीच चर्चा है कि पूरे मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप किया है.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से मिले मुख्यमंत्री नीतीश: विवादों के बीच शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर मुख्यमंत्री से मिलने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव के साथ चंद्रशेखर सीएम आवास पहुंचे थे. सीएम आवास में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जी मौजूद थे. मुख्यमंत्री के साथ सभी की बैठक हुई.
बोले शिक्षा मंत्री- 'केके पाठक मसले पर नहीं हुई बात': बैठक के बाद जब शिक्षा मंत्री मुख्यमंत्री आवास के बाहर निकले तब कहा कि विभाग के विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है. मुख्यमंत्री से विवाद को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. ऐसे पूरे मामले की समीक्षा हो रही है. हम लोगों को मिलकर राज्य का विकास कार्य करना है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के भी मुख्यमंत्री आवास जाने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने अनभिज्ञता जाहिर की.
"प्रपत्र की मैं समीक्षा कर रहा हूं. सीएम से मिलने केके पाठक भी गए इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. आप लोगों को जानकारी होगी."- चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार
मुख्यमंत्री ने किया हस्तक्षेप: कुल मिलाकर देखे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जदयू के वरिष्ठ मंत्री विजेंद्र यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मिलकर शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद को सलटाने की कोशिश शुरू की है. पूरा मामला अब मुख्यमंत्री के पाले में है. मुख्यमंत्री अब पूरे मामले में क्या कुछ फैसला लेते हैं यह देखने वाली बात होगी.
बढ़ते विवाद को सुलझाने की कोशिश: दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केके पाठक को भी बुला कर पूरी जानकारी ली है. असल में शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव की ओर से पत्र लिखकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के लिए जा रहे एक्शन पर सवाल खड़ा किया गया. कल देर शाम शिक्षा विभाग के तरफ से शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव को शिक्षा विभाग में प्रवेश करने पर रोक लगाने का पत्र भी जारी कर दिया गया.
लालू से मिलने के बाद नीतीश से मुलाकात: जदयू के मंत्री की ओर से केके पाठक के पक्ष में एक तरह से बयान दिया गया तो दूसरी तरफ बीजेपी की ओर से हमला शुरू हो गया है. एक तरह से बीजेपी को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है, लेकिन आज चंद्रशेखर ने लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की है और उसके बाद उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई है.
भाई विरेंद्र बोले- 'बीजेपी के इशारों पर काम': वहीं राजद विधायक भाई विरेंद्र ने कहा कि बिहार सरकार के कई पदाधिकारी बीजेपी के इशारों पर काम कर रहे हैं. उन पर कार्रवाई होगी. हालांकि भाई विरेंद्र के तेवर में भी आज नरमी देखने को मिली.
"यह सरकार महागठबंधन की है और सब कुछ ऑल इज वेल है. वैसे पदाधिकारी पर सरकार निश्चित रूप से कार्रवाई करेगी जो सरकार की बात नहीं मानते हैं. कई पदाधिकारी हैं जो बीजेपी के इशारों पर काम करते है. सरकार उन्हें चिह्नित कर रही है और उन्हें इस तरह के जिम्मेदार पद से हटाने का काम करेगी."- भाई विरेंद्र, आरजेडी विधायक
पूरा मामला: शिक्षा मंत्री ने पीत पत्र जारी कर विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा कि विभाग में सरकार के कार्य संहिता से काम नहीं हो रहा है. दरअसल मंत्री विभाग की खबरें मीडिया में दिखाए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं. केके पाठक से उनकी नाराजगी उभर कर सामने आई है. इसको लेकर जेडीयू और आरजेडी आमने-सामने है.