पटना: कोरोना महामारी के कारण पिछले साल बिहार के सरकारी स्कूलों में हुई पढ़ाई के नुकसान की भरपाई की कोशिश शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है. जो बच्चे अगली क्लास में जाएंगे उन्हें शुरुआत के 3 महीने में पिछले वर्ष की कक्षा की पढ़ाई कराई जाएगी. जिसे 'कैच अप कोर्स' का नाम दिया गया है.
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नए सत्र में कैच अप कोर्स
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ट्विटर पर इस कैच अप कोर्स की जानकारी साझा की है. संजय कुमार के मुताबिक अप्रैल से सरकारी स्कूलों में नया सत्र शुरू होगा. इसमें सरकारी स्कूलों के बच्चे 3 महीने तक पिछले ही कक्षा के कोर्स पढ़ेंगे. कैच अप कोर्स की अव्यवस्था क्लास 1 से 10वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए लागू होगी.
अगर कोई बच्चा नौवीं कक्षा से दसवीं में जाएगा, तो उसे पहले 3 महीने तक 9वीं कक्षा के कोर्स की किताब शिक्षक पढ़ाएंगे. सभी कक्षाओं में ऐसे ही व्यवस्था होगी ताकि बच्चों को अगली कक्षा में पढ़ाई में कोई परेशानी ना हो.
प्राइमरी स्कूल है अब तक बंद
दरअसल, 14 मार्च 2020 से ही बिहार में सभी सरकारी स्कूल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बंद कर दिए गए थे. 4 जनवरी से बिहार में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खोले गए हैं, जबकि 8 फरवरी से कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई शुरू हुई है. लेकिन अब तक कक्षा 1 से 5 तक के प्राइमरी स्कूल बिहार में नहीं खुले हैं.
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पिछले साल कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को बिना परीक्षा के ही अगली क्लास में प्रमोट किया गया था. संभावना है कि इस वर्ष भी ऐसा ही निर्णय शिक्षा विभाग को लेना पड़े. हालांकि, इस बारे में अब तक शिक्षा विभाग ने आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है.