पटनाः बिहार में ठंड के मौसम (Cold Weather In Bihar) ने दस्तक दे दी है. अब दिन और रात के तापमान में काफी अंतर देखने को मिल रहा है. रात में तापमान 16 डिग्री से भी कम हो जाता है. बदलते मौसम के साथ ही लोगों में सर्दी, जुखाम, गले की खराश, दम फूलने की शिकायत और बुखार के मामले भी बढ़ने लगे हैं. ऐसे में पटना के मशहूर चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी (Dr. Diwakar Tejaswi) ने लोगों को खास एहतियात बरतने की सलाह दी है.
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डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि अभी मौसम अचानक तेजी से बदल रहा है. रात में तापमान काफी कम रह रहा है. ऐसे में इस समय वल्नरेबल ग्रुप जैसे कि बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. ऐसे लोग जिन्हें अस्थमा, सीओपीडी, हार्ट संबंधी कोई बीमारी है, इन्हें भी इस समय विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
ठंड के मौसम में अगर हार्ट की बीमारी के लोग मॉर्निंग वॉक पर निकलते हैं तो उस समय शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े का प्रयोग करें. क्योंकि तापमान में कमी आने की वजह से धमनिया सिकुड़ती हैं और ऐसे में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं. इस मौसम में अपने शरीर को गर्म रखने की कोशिश करें और पंखा, कूलर, एसी, फ्रिज का प्रयोग करने से परहेज करें.
डॉ. दिवाकर ने कहा कि इस मौसम में यह भी जरूरी है कि लोग कन्जेस्टेड एरिया में जाने से परहेज करें क्योंकि इस मौसम में जनरल फ्लू के वायरस और कोविड-19 के वायरस भी ज्यादा सक्रिय होने की क्षमता रखते हैं.
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डॉ. दिवाकर ने कहा कि साल भर से रखे गर्म कपड़ों को बाहर निकालकर उसे अच्छी तरह धूप में सुखा लें और फिर उसे पहने क्योंकि अधिक दिनों तक गर्म कपड़े को बक्से में रखने की वजह से उनमें कई बार फंगस का ग्रोथ हो जाता है. जो एलर्जीक पेशेंट या जिन्हें सीओपीडी की शिकायत है, उन्हें फंगस की वजह से परेशानी शुरू हो जाती है. ऐसे में गर्म कपड़े को एक बार धोकर और सुखाकर ही प्रयोग करें.