पटना: हिंदी दिवस के अवसर पर मंत्रिमंडल सचिवालय राजभाषा विभाग के तत्वधान में लोकजीवन हिंदी प्रसार का राजमार्ग पर वेबीनार का आयोजन किया गया. प्रत्येक साल पटना के अभिलेखागार भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के वजह से इस साल कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन नंदन वर्मा ने किया. उन्होंने कहा कि हिंदी देश की सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा है जिस पर हमें काफी गर्व है. बिहार सरकार ने देश में सबसे पहले हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार करने का गौरव प्राप्त किया. वहीं, मंत्रिमंडल सचिवालय के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में मातृभाषा पर बल दिया गया है.
'मातृभाषा है जरूरी'
प्रधान सचिव ने कहा कि आप आपने बच्चे को यदि दो बातें सिखा दें, तो वो आने वाले दिनों में उनके साथ बेहतर कर सकते हैं. पहली बात है मातृभाषा और दूसरी अंकगणित का ज्ञान है. हम उन्हें मातृभाषा हिंदी में अभिव्यक्त करना सिखा दें और अंकगणित का ज्ञान दें, तो बच्चे बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ते जाएंगे और काफी बेहतर करेंगे.