पटना : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के (Alcohol Ban in Bihar) बावजूद बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी जारी है. वहीं जिनपर शराबबंदी को लागू कराने की जिम्मेदारी है. वे ही इस गोरखधंधे में शामिल हैं. ताजा मामला राजधानी पटना के बुद्धा कॉलोनी का है. दरअसल, शराब माफियाओं से सांठ-गांठ की खबर के बाद बुद्धा कॉलोनी के थानेदार पर गाज गिरी है. पुलिस मुख्यालय ने थानेदार कैसर आलम को सस्पेंड कर (SHO Suspend) दिया है.
शराब माफियाओं से बुद्धा कॉलोनी के थानेदार कैसर आलम के सांठ-गांठ कई अहम साक्ष्य मिले. जिसके बाद सस्पेंड की कार्रवाई की गई है. पुलिस मुख्यालय की जानकारी के मुताबिक शनिवार को उनको सस्पेंड कर दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार उनपर शराब तस्करों से सांठगांठ का आरोप लगा था. जिसके बाद उनपर जांच चल रही थी. रेंज आईजी की जांच में पुष्टि होने पर यह कार्रवाई की गयी है.
1994 बैच के इंस्पेक्टर कैसर आलम पटना के कई थानों में थानेदार रह चुके हैं. थानेदार के तौर पर इनके पास अच्छा खासा अनुभव भी है लेकिन शराब माफियाओं से सांठगांठ उजागर होने के बाद इनके ऊपर सीधे कार्रवाई की गई है. बता दें कि राज्य में शराब माफियाओं और पुलिस के बीच सांठगांठ की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती है. अब राजधानी पटना के बुद्धा कॉलोनी के थानेदार के निलंबन के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप का माहौल है.
बता दें कि अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से अब तक बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां, मुकदमे और शराब जब्ती की कार्रवाई हुई. इस क़ानून के तहत शुरुआत में घर में शराब पाये जाने पर सभी वयस्कों की गिरफ्तारी और घर को सील करने और वाहन में शराब मिलने पर वाहन जब्ती और गिरफ्तारी के कड़े प्रावधान थे. सख्त प्रावधानों की आलोचना और कानून के दुरुपयोग के बाद 2018 में इसमें कुछ बदलाव किये गये थे.