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BSSC Protest: अभ्यर्थियों ने कहा- 'तानाशाही रवैया अपना रहा है प्रशासन'

तीनों पालियों की परीक्षा रद्द करने के लिए बीएसएससी अभ्यर्थियों ने आयोग को सात दिनों का अल्टीमेटम दिया था. अल्टीमेटम खत्म होने के बाद अभ्यर्थी पटना बीएसएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे लेकिन प्रशासनिक इंतजामों के कारण कार्यालय तक पहुंच नहीं सके. इसके बाद अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए.

BSSC candidates gherao In patna
BSSC candidates gherao In patna
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Published : Jan 30, 2023, 3:40 PM IST

BSSC अभ्यर्थियों का हंगामा

पटना: बीएसएससी सीजीएल 3 की तीनों शिफ्ट की परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र नेता सौरव कुमार की अगुवाई में अभ्यर्थियों ने आह्वान किया था कि सोमवार को बीएसएससी कार्यालय का घेराव किया जाएगा और तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द करने की मांग की जाएगी. अभ्यर्थियों के आयुक्त कार्यालय पहुंचने से पहले ही प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया और अभ्यर्थी आयुक्त कार्यालय के पास जुट नहीं सके.

पढ़ें- BSSC Paper Leak: पेपर लीक मामले में अभ्यर्थी आज करेंगे कार्यालय का घेराव, पिछली बार पुलिस ने बरसाईं थी लाठियां

BSSC अभ्यर्थियों का प्रशासन पर तानाशाह रवैया अपनाने का आरोप: बीएसएससी अभ्यर्थी सोमवार को कार्यालय का घेराव करने वाले थे लेकिन मुश्किल से 20 से 50 की संख्या में अभ्यर्थी ही जुटे, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया. इसपर छात्र नेता सौरव कुमार को आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने की एवज में पुलिस बल द्वारा गिरफ्तार किया गया है और एयरपोर्ट थाने में उन्हें रखा गया है. मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट एमएच खान ने बताया कि अभ्यर्थियों ने आयोग कार्यालय का घेराव करने की धमकी दी थी जबकि यह एरिया प्रदर्शन के लिए प्रतिबंधित एरिया है. ऐसे में अभ्यर्थियों को यहां किसी प्रकार का कोई प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा.

"जो भी यहां प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें हटाया जा रहा है. सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है किसी को भी इस क्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने नहीं दिया जाएगा."- एमएच खान, मजिस्ट्रेट

"हजारों की तादाद में अभ्यर्थी पहुंचे हुए थे लेकिन पुलिस बल ने किसी को भी आयोग कार्यालय पहुंचने नहीं दिया और बाहर से ही खदेड़ दिया. कुछ सदस्य आयोग कार्यालय पहुंचे और आयोग के अध्यक्ष से मिलने की कोशिश की लेकिन यहां से उन्हें खदेड़ा गया. प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रही है और अभ्यर्थियों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है."- सौरव कुमार, छात्र नेता

"हम लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से भी धरना प्रदर्शन नहीं करने दिया जा रहा है. आयोग कार्यालय के सामने बैठकर अपनी मांगों को हम रखना चाहते थे लेकिन पुलिस बल द्वारा हटाया जा रहा है. अभ्यर्थियों की आवाज को दबाया जा रहा है. प्रशासन अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय के रास्ते में भी घुसने नहीं दे रही है."- स्मृति, अभ्यर्थी

528 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी आयोजित: दरअसल 23 और 24 दिसंबर को बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तृतीय स्तानक स्तरीय संयुक्त परीक्षा प्रदेश के 38 जिलों के 528 परीक्षा केंद्रों पर आयोजत की गई थी. जिसका प्रश्नपत्र फोटो व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था. परीक्षा देकर बाहर निकले छात्रों ने जब इसका प्रश्नपत्र से मिलान किया तो इस बात की पुष्टि हुई कि पेपर लीक हो चुका था. इसके बाद से इस मामले को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.

BSSC अभ्यर्थियों का हंगामा

पटना: बीएसएससी सीजीएल 3 की तीनों शिफ्ट की परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र नेता सौरव कुमार की अगुवाई में अभ्यर्थियों ने आह्वान किया था कि सोमवार को बीएसएससी कार्यालय का घेराव किया जाएगा और तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द करने की मांग की जाएगी. अभ्यर्थियों के आयुक्त कार्यालय पहुंचने से पहले ही प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया और अभ्यर्थी आयुक्त कार्यालय के पास जुट नहीं सके.

पढ़ें- BSSC Paper Leak: पेपर लीक मामले में अभ्यर्थी आज करेंगे कार्यालय का घेराव, पिछली बार पुलिस ने बरसाईं थी लाठियां

BSSC अभ्यर्थियों का प्रशासन पर तानाशाह रवैया अपनाने का आरोप: बीएसएससी अभ्यर्थी सोमवार को कार्यालय का घेराव करने वाले थे लेकिन मुश्किल से 20 से 50 की संख्या में अभ्यर्थी ही जुटे, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया. इसपर छात्र नेता सौरव कुमार को आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने की एवज में पुलिस बल द्वारा गिरफ्तार किया गया है और एयरपोर्ट थाने में उन्हें रखा गया है. मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट एमएच खान ने बताया कि अभ्यर्थियों ने आयोग कार्यालय का घेराव करने की धमकी दी थी जबकि यह एरिया प्रदर्शन के लिए प्रतिबंधित एरिया है. ऐसे में अभ्यर्थियों को यहां किसी प्रकार का कोई प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा.

"जो भी यहां प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें हटाया जा रहा है. सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है किसी को भी इस क्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने नहीं दिया जाएगा."- एमएच खान, मजिस्ट्रेट

"हजारों की तादाद में अभ्यर्थी पहुंचे हुए थे लेकिन पुलिस बल ने किसी को भी आयोग कार्यालय पहुंचने नहीं दिया और बाहर से ही खदेड़ दिया. कुछ सदस्य आयोग कार्यालय पहुंचे और आयोग के अध्यक्ष से मिलने की कोशिश की लेकिन यहां से उन्हें खदेड़ा गया. प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रही है और अभ्यर्थियों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है."- सौरव कुमार, छात्र नेता

"हम लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से भी धरना प्रदर्शन नहीं करने दिया जा रहा है. आयोग कार्यालय के सामने बैठकर अपनी मांगों को हम रखना चाहते थे लेकिन पुलिस बल द्वारा हटाया जा रहा है. अभ्यर्थियों की आवाज को दबाया जा रहा है. प्रशासन अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय के रास्ते में भी घुसने नहीं दे रही है."- स्मृति, अभ्यर्थी

528 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी आयोजित: दरअसल 23 और 24 दिसंबर को बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तृतीय स्तानक स्तरीय संयुक्त परीक्षा प्रदेश के 38 जिलों के 528 परीक्षा केंद्रों पर आयोजत की गई थी. जिसका प्रश्नपत्र फोटो व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था. परीक्षा देकर बाहर निकले छात्रों ने जब इसका प्रश्नपत्र से मिलान किया तो इस बात की पुष्टि हुई कि पेपर लीक हो चुका था. इसके बाद से इस मामले को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.

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