पटना: मॉनसून सत्र के दौरान सदन में सूखे को लेकर जमकर बवाल हो रहा है. जल प्रबंधन को लेकर विपक्ष सरकार को लगातार घेर रही है. लेकिन, सरकार कहां सोई है. यह पता नहीं चल रहा है. सदन के बाहर कैंपस में ही पानी हर दिन बर्बाद हो रहा है. लेकिन, इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है.
विधानसभा के बगल में पानी पीने के लिए लगा एक नल कई दिनों से खराब है. यह नल सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को पानी पीने के लिए लगाया गया था. इससे रोज सैंकड़ों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है. मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में कई अधिकारी और मंत्री पहुंच रहे हैं. लेकिन इसकी तरफ अब तक किसी का ध्यान तक नहीं गया.
नहरों का आधुनिकीकरण की मांग
बता दें कि मॉनसून सत्र के पांचवें दिन विधानसभा में पानी को लेकर हंगामा बरपा. सत्र में भाग लेने के लिए सदन पहुंचे विपक्षी दलों के सदस्यों ने सुबह में ही सदन के बाहर प्रदर्शन किया. सोन, गंडक, कोशी नहरों का आधुनिकीकरण करने की मांग की गई.
पानी पर क्यों बरपा हंगामा
साथ ही निचली छोर तक पानी का प्रबंधन करने और करवन जलाशय का शीघ्र निर्माण करने को लेकर भाकपा- माले के सदस्यों ने प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकारी नलकूपों का चालू करने और आहर, पईन, कुआं, तालाब, चंवर, नदी-पहाड आदि को संरक्षित और पुनर्जीवित करने का पोस्टर हाथों में लेकर खड़े थे. वहीं, राजद के सदस्यों ने भी बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया.