पटना : लॉकडाउन ने ना सिर्फ पढ़ाई लिखाई चौपट कर दी है, बल्कि रोजगार पर भी तगड़ा प्रहार किया है. एक तरफ स्कूल-कॉलेज बंद पड़े हैं. वहीं, दूसरी तरफ अधिकारी और कर्मचारियों की बहाली करने वाले तमाम आयोग भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. पिछले साल जुलाई महीने में बिहार लोक सेवा आयोग ने 64वीं बीपीएससी की मुख्य परीक्षा ली थी. उसके रिजल्ट को जारी करने की तैयारी हो रही है और इसके साथ ही लोक सेवा आयोग ऑनलाइन इंटरव्यू की तैयारी भी कर रहा है. लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन इंटरव्यू की तैयारी पर विशेषज्ञों ने सवाल खड़े किए हैं.
ऑनलाइन इंटरव्यू आयोजन करने की तैयारी
एक तरफ बिहार कर्मचारी चयन आयोग के जरिए होने वाली इंटर स्तरीय मुख्य परीक्षा के आवेदन की डेट बढ़ाई गई और सचिवालय सहायक के पदों के लिए भी इंतजार हो रहा है. वहीं, दूसरी तरफ बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से 64वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा के रिजल्ट में भी देरी हो रही है. बिहार लोक सेवा आयोग ने पिछले साल जुलाई महीने में 64 वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा का आयोजन किया था.
कुल 1465 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में करीब 19 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे. इस परीक्षा का रिजल्ट अगले कुछ महीनों में आने की संभावना बन रही है. लॉकडाउन लागू होने के कारण बिहार लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा के बाद ऑनलाइन इंटरव्यू आयोजन करने की तैयारी कर रहा है. बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के मुताबिक इसके लिए बेल्ट्रॉन से बातचीत भी चल रही है.
'ऑनलाइन इंटरव्यू कहीं से उचित नहीं'
बीपीएससी के ऑनलाइन इंटरव्यू को लेकर विशेषज्ञों ने सवाल खड़े किए हैं. देश में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि किसी लोक सेवा आयोग का इंटरव्यू ऑनलाइन लिया गया हो. डॉ. डीएम दिवाकर ने कहा कि प्रशासनिक पदों के लिए ऑनलाइन इंटरव्यू कहीं से उचित नहीं है. क्योंकि इससे कैंडिडेट का सही असेसमेंट कर पाना मुश्किल है. आयोग सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए प्रॉपर स्कैनिंग कराने के बाद इंटरव्यू के लिए कैंडिडेट्स को बुला सकता है.
'आयोग को बचना चाहिए एक्सपेरिमेंट से'
पब्लिक सर्विस कमीशन की तैयारी कराने वाले पटना के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. आनंद राज ने कहा कि पहले तो लोक सेवा आयोग को इसके लिए बिहार सरकार से अनुमति लेनी होगी, क्योंकि ऑनलाइन इंटरव्यू का प्रावधान परीक्षा के विज्ञापन में नहीं किया गया था. वहीं, इस तरह के आयोजन से कभी भी किसी अभ्यर्थी का सही असेसमेंट कर पाना मुश्किल है. इसमें तकनीकी समस्याओं के साथ अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए आयोग को इस तरह के एक्सपेरिमेंट से बचना चाहिए.