पटना: बिहार में आज बीपीएससी 68वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा शुरू हो गई है. पूरे राज्य से कुल 4.34 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में बैठने जा रहे हैं. जिसे देखते हुए आयोग ने 805 परीक्षा केंद्र बनाए हैं. आयोग की ओर 324 पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई है, जिसके लिए सभी अभ्यर्थी आज परीक्षा देंगे. इसमें महिला अभ्यर्थियों की संख्या 1.50 लाख है और दिव्यांग परीक्षार्थियों की संख्या 7 हजार है. आयोग ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट से 28 जनवरी को परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया था. परीक्षा का संचालन सुचारू रूप से कराने के लिए डीएम रैंक के अधिकारियों को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं कई ऐसी चीजें हैं जिनका अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने से पहले ध्यान में रखना है.
परीक्षा में अभ्यर्थी इन बातों का रखे ध्यान: बता दें कि बीपीएससी 68वीं प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर पटना जिले में सर्वाधिक 59 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और यहां 39033 अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं. बीपीएससी में पहली बार नए परीक्षा पैटर्न पर प्रीलिम्स परीक्षा ली जा रही है. जिसमें पहली बार परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का इस्तेमाल किया गया है. प्रत्येक गलत जवाब पर 0.25 अंक काट लिए जाएंगे और ओएमआर शीट पर व्हाइटनर या इरेजर चलाने पर भी नेगेटिव मार्किंग है. इन वस्तुओं को परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाना भी मना है. परीक्षा को लेकर आयोग ने निर्देश जारी किया है कि अभ्यर्थियों ने एडमिट कार्ड पर जो फोटो दिया है उसका मूल फोटो अपने साथ लेकर परीक्षा केंद्र में जाएंगे. इसके अलावा एक पहचान पत्र अपने साथ रखेंगे.
क्या है परीक्षा का समय: बीपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा प्रदेश भर के सभी 805 परीक्षा केंद्रों पर दिन के 12:00 बजे से शुरू होगी. इसके लिए अभ्यर्थियों को प्रवेश 11:00 बजे तक ही दिया जाएगा. 2 घंटे परीक्षा चलेगी और 2:00 बजे अभ्यर्थियों की परीक्षा समाप्त होगी. परीक्षा केंद्र में सुबह 9:30 बजे से प्रवेश शुरू हो जाएगा और परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटा पहले प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के सामने ही क्वेश्चन शीट का पैकेट खुलेगा इसके अलावा परीक्षा समाप्त होने के बाद अभ्यर्थियों के सामने ही ओएमआर शीट को सील किया जाएगा. इसके बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र छोड़ने की अनुमति दी जाएगी. इन सबके अलावा कदाचार को रोकने के लिए इस बार आयोग ने निर्णय लिया है कि चिटींग करते पकड़े गए अभ्यर्थियों को 5 साल तक किसी भी परीक्षा में शामिल होने नहीं दिया जाएगा.