पटना: बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विधान परिषद में दिए गए वक्तव्यों को किताब की शक्ल में प्रकाशित किया है. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इसका लोकार्पण किया. समारोह में सभी ने मुख्यमंत्री के वक्तव्य की तारीफ की है. कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन में दिए गए सीएन नीतीश के बयानों की जमकर सराहना की.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत में अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि यह हम लोगों के लिए सौभाग्य की बात है कि नीतीश कुमार जब से मुख्यमंत्री बने हैं, वो विधान परिषद के सदस्य हैं और उनके वक्तव्य बहुत ही प्रेरणादायक हैं. इसे सदस्यों को तो उपलब्ध कराएंगे ही, साथ ही आम लोग भी चाहें तो इसे पढ़ सकते हैं.
विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने कहा कि 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार जब से विधान परिषद की कार्यवाही में भाग लेने लगे हैं और 151 सत्र से लेकर 195 सत्र तक लगातार उन्होंने जो वक्तव्य दिया है, उसे किताब के रूप में प्रकाशित किया गया है. मुख्यमंत्री ने बीमारू राज्य से बिहार को विकासशील राज्य में परिवर्तित किया है. उनके अलग-अलग विषयों पर दिए गए बयानों को राजनीति करने वाले लोगों के बीच ले जाने के मकसद से ही इसे किताब के रूप में प्रकाशित किया गया है.
अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सदन के सदस्यों के साथ-साथ आम लोग भी चाहे तो इस किताब को पढ़ सकते हैं. बिहार विधान परिषद के लाइब्रेरी में इसे रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का हर वक्तव्य महत्वपूर्ण है. नीतीश कुमार ऐसे नेता हैं जो पहले कान से सुनते हैं, आंखों से देखते हैं उसके बाद ही कुछ बोलते हैं. सभापति ने कहा कि उनकी बातें प्रेरणादायक हैं और प्रेरित होकर ही हम लोगों ने इसे आम लोगों तक पहुंचाने का फैसला लिया है.
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सभापति ने कहा कि आज बिहार विधान परिषद के लिए ऐतिहासिक दिन है. जब इस किताब को लॉन्च किया गया है, राज्यसभा के उपसभापति ने भी तारीफ की है और कार्यक्रम में जितने भी लोग थे, सबने मुख्यमंत्री के वक्तव्य को सराहा है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की लोकप्रियता आज भी कम नहीं है.
वहीं, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अकेले अपवाद हैं, जिन्होंने समाजवादी धारा को गौरव दिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने गांधी, लोहिया और जेपी के आदर्शों को जमीन पर उतारा. मुख्यमंत्री ने अपने प्रबंधन और शैली से आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया. बिहार की विकास दर 2011-12 में ही दो अंकों में 10.87 फीसदी हो गई थी. अब कोरोना काल में भी विकास दर दो अंकों में रहा.
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विधान परिषद सभागार में शुक्रवार को एक समारोह में मुख्यमंत्री के वक्तव्य को किताब के रूप में लांच किया गया. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इसे लांच किया. कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद सहित कई मंत्री और दोनों सदनों के सदस्य मौजूद थे.
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