पटना: लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पार्टी (RJD) और परिवार में हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. बिहार में विधानसभा के दो सीट (तारापुर और कुशेश्वरस्थान) पर हो रहे उपचुनाव के लिए बने राजद के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में तेजप्रताप यादव को शामिल नहीं किया गया है. इससे तेजप्रताप ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है.
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भाजपा तेजप्रताप के समर्थन में उतर आई है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, 'तेजप्रताप यादव ने महाभारत शुरू कर दिया है. लालू यादव को धृतराष्ट्र नहीं बनना चाहिए. राजद की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजप्रताप यादव का नाम नहीं है. जहां अन्याय होता है वहां संघर्ष भी होता है. तेजप्रताप ने राजद के विरोध में अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है. उन्हें परिवार और पार्टी में न्याय नहीं मिल रहा है. लालू यादव एक बेटे के पक्ष में खड़े हैं.'
"तेजप्रताप ने महाभारत का रण बिगुल बजा दिया है. अन्याय होने पर तेजप्रताप ने संघर्ष का नारा दिया है. उन्होंने कहा है कि मैं भी चुनाव लड़ सकता हूं. मेरा भी प्रत्याशी मैदान में उतरेगा. उन्होंने लालू प्रसाद से कहा है कि आप धृतराष्ट्र की भूमिका नहीं अपनाएं. आप महाभारत में तटस्थ होइए."- अरविंद सिंह, प्रवक्ता, भाजपा
बता दें कि बिहार में होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले आरजेडी में घमासान मचा हुआ है. राजद की तरफ से 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की गई, लेकिन तेजप्रताप को स्टार प्रचारक के रूप में जगह नहीं मिली. पार्टी में अपना महत्व कम होते देख तेजप्रताप यादव अब राजद पर हमलावर हैं. उन्होंने पार्टी से दूरी बना रखी है और पूरी तरह छात्र जनशक्ति परिषद की गतिविधियों में लगे हैं.
यही नहीं तेजप्रताप यादव ने तारापुर विधानसभा क्षेत्र से संजय यादव नाम के छात्र जनशक्ति परिषद के सदस्य को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार दिया है. खुद संजय ने इस बात की पुष्टि की है कि तेजप्रताप उनके लिए चुनाव प्रचार भी करेंगे. कुशेश्वरस्थान में तेजप्रताप कांग्रेस उम्मीदवार अनिकेत कुमार के लिए प्रचार कर सकते हैं. हालांकि इन दोनों बातों की पुष्टि खुद तेजप्रताप ने अबतक नहीं की है.
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