पटनाः बिहार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन (State Vice President Rajeev Ranjan) ने कहा कि पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं जो लगातार नरेंद्र मोदी के नारे सबका साथ सबका विकास को खत्म करने पर लगे हुए हैं. पार्टी के पिछड़ा, अतिपिछड़ा और दलित समाज से जुड़े नेताओं का लगातार अपेक्षा की जा रही है. किसी तरह का पद उन्हें नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं जो पिछड़ा अति पिछड़ा और दलित समाज से जुड़े हुए लोगों को देखना नहीं चाहते हैं. उन्हें सिर्फ झंडा ढोने वाला बनाकर रख दिया गया है.
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"बिहार बीजेपी नरेंद्र मोदी के सिद्धांतों को नहीं मान रही है और सिद्धांतों से भटक गई है. पार्टी के पिछड़ा, अतिपिछड़ा और दलित समाज से जुड़े नेताओं का लगातार अपेक्षा की जा रही है. यही कारण है कि आज हमें पार्टी छोड़नी पड़ी है. हम पार्टी के प्राथमिक सदस्यता और पार्टी द्वारा जो दिया गया पद है दोनों से इस्तीफा दे रहे हैं. इस बाबत हमने संजय जयसवाल जो प्रदेश अध्यक्ष है उन्हें पत्र भी लिखा है"- राजीव रंजन, प्रदेश उपाध्यक्ष, बिहार भाजपा
'मुझे काफी कष्ट हुआ है' : राजीव रंजन ने ये भी कहा कि मेरा गृह जिला नालंदा है और नालंदा में जिस तरह की पार्टी की कमेटी बनाई गई है, उसे स्पष्ट हो गया है कि पार्टी ने कही नरेंद्र मोदी की विचारधारा और उनके सिद्धांत का पालन नहीं कर रही है. इससे वो काफी क्षुब्ध हैं. उन्होंने कहा कि 'मुझे काफी कष्ट हुआ है और यही सोच कर मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं".
बिहार बीजेपी के लिए बन सकते हैं परेशानीः प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन का मुखर होना 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बिहार बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. फिलहाल बीजेपी बिहार में खुद को कई जगहों पर कमजोर महसूस करती है. इन क्षेत्रों में या तो पार्टी के लोकसभा चुनाव में हार हुई है या फिर पार्टी चुनाव नहीं लड़ी है. हाल ही में हर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी की ओर से विस्तारक नियुक्त किए गए हैं. विस्तारक के कंधों पर पार्टी की ओर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है, इस बीच बिहार बीजेपी पर ये आरोप कार्यक्रताओं के लिए निराशा हो सकती है.