पटना: नीतीश सरकार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के सहयोगी के घर पर मछली पार्टी की खबर के बाद सियासी हंगामा मच गया है. विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिक्षा मंत्री और उनके पीए पर कार्रवाई की मांग की है. तो दूसरी तरफ बीजेपी ने मंत्री कृष्णनंदन वर्मा का बचाव किया है.
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि, 'मंत्री जी खुद उस कार्यक्रम में थोड़े ही शामिल थे, अगर उस कार्यक्रम में मंत्रीजी का कोई स्टॉफ था तो उसपर कार्रवाई होनी चाहिए. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार सख्ती से लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए प्रयासरत है, यह आपात स्थिति है. कोरोना महामारी के बीच यह राष्ट्र हित में हम सबका कर्तव्य है कि कोई भी ऐसी हरकत न करें, जिससे लॉकडाउन पर असर पड़े.'
मामले की जांच होगी : कृष्णनंदन वर्मा
इस बीच, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा है कि मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.
सारे आरोप झूठे : पिंटू
मछली पार्टी के आयोजन पर जब पिंटू कुमार से फोन पर बात की गई, तो उन्होंने सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया. पिंटू की माने, तो किसी प्रकार की पार्टी हुई ही नहीं थी.
क्या था मामला
बताया जाता है कि शिक्षा मंत्री का सहायक पिंटू यादव ने अपने नये मकान में मछली पार्टी का आयोजन किया था. पार्टी में एक डीएसपी सहित अनेक नामचीन चेहरे शामिल हुए थे. मामले का खुलासा होते ही सबूत मिटाने की कोशिश भी हुई है. खबरों की माने तो करीब सौ लोगों को इस पार्टी के लिए आमंत्रित किया गया था.
2018 में शराब के साथ वाली Viral हुई थी फोटो
बता दें कि मार्च 2018 में बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा की एक तस्वीर बड़ी तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हुई थी. जिसमें शिक्षा मंत्री एक कमरे में बैठे थे और उनके सामने टेबल पर शराब की गिलास रखी हुई थी. इस तस्वीर में उनके साथ कुछ अन्य लोग भी थे.
इस तस्वीर के वायरल होने के साथ ही विरोधियों ने कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा पर सवाल खड़े किए थे. साथ ही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में शराबबंदी लागू करने के बावजूद मंत्री के शराब पीने को लेकर चर्चा होने लगी थी. हालांकि, तस्वीर की सच्चाई को लेकर कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा सामने आए थे और उन्होंने बताया था कि यह तस्वीर उन्हीं की थी और 16 फरवरी की खींची गई थी.
मंत्री ने दर्ज कराई थी FIR
वर्मा ने बताया था कि इसी दिन वह औरंगाबाद गए थे जहां पर उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर जयंती में शामिल होना था. औरंगाबाद दौरे के दौरान उन्हें स्थानीय नेता संजय सिंह कुशवाहा ने अपने घर पर आमंत्रित किया था और वहां पर उन्हें इत्तेफाक से शराब के रंग के गिलास में पानी पिलाया गया था. कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने कहा था कि तस्वीर वायरल करने के पीछे उनको और बिहार सरकार को बदनाम करने की साजिश थी. बता दें कि, शिक्षा मंत्री ने जहानाबाद के टेहटा पुलिस चौकी में एफआईआर दर्ज करवाई थी.