पटना : बुधवार को पटना एयरपोर्ट पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) के मामले को लेकर संविधान और 'बंच ऑफ थॉट' की बात की. तेजस्वी यादवके बयान पर बीजेपी नेता राम सागर सिंह ने पलटवार किया है.
तेजस्वी पर बीजेपी का पलटवार
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर बीजेपी नेता राम सागर सिंह (Ram Sagar Singh) ने कहा कि उसी 'बंच ऑफ थॉट' के चलते लालू यादव पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. उन्होंने कहा कि जनता ने इसी बड़बोलेपन के कारण बिहार में RJD (राष्ट्रीय जनता दल) को रिजेक्ट किया था. आज भी उनकी सोच नहीं बदली है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के लोग संविधान का पूरी तरह पालन करते हैं और जहां भी दलितों को हक़ की बात की गई है उसका पालन भी करते हैं.
ऐसे नेताओं को जनता ने दिया जवाब
उन्होंने साफ-साफ कहा कि देश की जनता ने ऐसे नेताओं को कई बार जवाब भी दिया है. कहीं ना कहीं फिर भी ये बड़बोलेपन से बाज नहीं आते हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. बता दें कि पटना पहुंचते ही तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान को पार्टी में आने का न्योता देते हुए कहा था कि अब चिराग भाई को तय करना है कि वह 'बंच ऑफ थॉट्स' (Bunch of Thought) वालों के साथ करना चाहते हैें या फिर बाबा साहेब ने जो संविधान लिखा उसका साथ देंगे.
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'बंच ऑफ थॉट' क्या है. इसे समझने की जरूरत है. दरअसल, आरएसएस के दूसरे सरसंघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर (Madhavrao Sadashivrao Golwalkar) ने 1966 में राष्ट्रवाद और एक राष्ट्र के विचार पर एक पुस्तक लिखी. जिसका नाम था 'बंच ऑफ थॉट.'
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पुस्तक में कई धर्मों का जिक्र किया गया है. उन्होंने हिंदू समाज के बारे में लिखा है कि 'जो मानव जाति के उद्धार के भव्य मिशन को पूरा कर सके.' इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रवाद के बारे में भी विस्तार से लिखा. जिसमें उन्होंने कहा कि देश के भीतर शत्रुतापूर्ण तत्व बाहर से आक्रामकों की तुलना में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अधिक खतरा पैदा करते हैं. भारत में तीन प्रमुख आंतरिक खतरे हैं. मुस्लिम, ईसाई और कम्युनिस्ट. गोलवलकर की लिखी किताब पर कई बार सियासी बहस भी हुई लेकिन इसे लेकर सबकी अपनी-अपनी राय है.