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Bihar Bridge Collapse: सुशील मोदी ने नीतीश सरकार को सवालों से घेरा, पूछा- 'बिना जांच रिपोर्ट आए क्यों शुरू किया काम'

निर्माणाधीन अगुवानी सुल्तानगंज ब्रिज के ढहने पर बिहार में सियासत गर्म है. बालासोर रेल हादसे पर रेलमंत्री से इस्तीफा मांगने वालों से सुशील मोदी ने पुल के गिरने पर पांच सवाल किए हैं.

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Published : Jun 5, 2023, 7:29 PM IST

पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बन रहे अगुवानी पुल के गिर जाने पर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि बालासोर रेल हादसे पर पीएम और रेलमंत्री को हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की मांग कर रहे थे. क्या अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु का हिस्सा ढहने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव क्या कोई जिम्मेदारी लेंगे ?

ये भी पढ़ें- Bihar Bridge Collapse: इस JDU विधायक ने नीतीश के चहेते अफसरों को भी नहीं छोड़ा- 'मेरे कहने पर जांच करा लेते तो..'


पुल के धराशाई पर सुशील मोदी के सवाल: सुशील मोदी ने पूछा कि जब साल भर पहले महासेतु का एक हिस्सा टूटने पर जांच की रिपोर्ट नहीं आई थी तब बिना इंतजार किए निर्माण को क्यों शुरू कर दिया गया? विधानसभा में भी कमजोर निर्माण के सवाल पर डिप्टी सीएम ने किस आधार पर क्लीन चिट दी थी? सुशील मोदी ने पूछा क्या इस मामले में सीएम और डिप्टी सीएम अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए कोई कार्रवाई करेंगे?


''इस्तीफा कथा सुनने वाले पिलर ढहने पर चुप क्यों'' : बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग गैसल रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेकर नीतीश कुमार के इस्तीफा देने की कथा सुना रहे थे, वे महासेतु के पिलर ढहने पर चुप क्यों हैं? उन्होंने नीतीश कुमार और बिहार सरकार से 5 सवाल पूछे हैं.

सुशील मोदी के सवाल : पहला सवाल ये है कि ''जब महासेतु का एक हिस्सा टूटा और आईआईटी रुड़की को इसकी जांच सौंपी गई, तब उसकी अंतरिम रिपोर्ट का इंतजार किये बिना निर्माण की गति क्यों बढ़ा दी गई?''. अपने दूसरे सवाल में उन्होंने जेडीयू के विधायक द्वारा विधानसभा में पूछे गए सवाल का उदाहरण दिया और पूछा कि ''जब विधानसभा में डा. संजीव ने पुल का पाया कमजोर होने का सवाल उठाया, तब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने किस आधार पर क्लीनचिट दे दी?''

तीसरे सवाल में उन्होंने पूछा कि ''अगर पुल का एक हिस्सा खुद नहीं टूटा, बल्कि डिजाइनिंग की गलती के कारण उसे तोड़ा जा रहा था, तो उस जगह से मजदूर लापता कैसे हो गए?'' वहीं चौथे सवाल में सुशील मोदी ने निर्माण एजेंसी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि ''जब साल भर पहले जब महासेतु का एक हिस्सा टूटा, तब निर्माण एजेंसी के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?''. वहीं अपने अंतिम सवाल में उन्होंने ''प्रस्तावित महासेतु का शिलान्यास होने के 8 साल बाद भी निर्माण पूरा क्यों नहीं हुआ?'' का सवाल उछाला.

देखने वाली बात ये है कि सुशील मोदी के इन सवालों का जवाब कौन देता है? सुशील मोदी ने कहा कि सरकार यदि कुछ छिपा नहीं रही है, तो उसे इन सवालों का तथ्यपूर्ण और विश्वसनीय उत्तर दे.

पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बन रहे अगुवानी पुल के गिर जाने पर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि बालासोर रेल हादसे पर पीएम और रेलमंत्री को हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की मांग कर रहे थे. क्या अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु का हिस्सा ढहने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव क्या कोई जिम्मेदारी लेंगे ?

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''इस्तीफा कथा सुनने वाले पिलर ढहने पर चुप क्यों'' : बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग गैसल रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेकर नीतीश कुमार के इस्तीफा देने की कथा सुना रहे थे, वे महासेतु के पिलर ढहने पर चुप क्यों हैं? उन्होंने नीतीश कुमार और बिहार सरकार से 5 सवाल पूछे हैं.

सुशील मोदी के सवाल : पहला सवाल ये है कि ''जब महासेतु का एक हिस्सा टूटा और आईआईटी रुड़की को इसकी जांच सौंपी गई, तब उसकी अंतरिम रिपोर्ट का इंतजार किये बिना निर्माण की गति क्यों बढ़ा दी गई?''. अपने दूसरे सवाल में उन्होंने जेडीयू के विधायक द्वारा विधानसभा में पूछे गए सवाल का उदाहरण दिया और पूछा कि ''जब विधानसभा में डा. संजीव ने पुल का पाया कमजोर होने का सवाल उठाया, तब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने किस आधार पर क्लीनचिट दे दी?''

तीसरे सवाल में उन्होंने पूछा कि ''अगर पुल का एक हिस्सा खुद नहीं टूटा, बल्कि डिजाइनिंग की गलती के कारण उसे तोड़ा जा रहा था, तो उस जगह से मजदूर लापता कैसे हो गए?'' वहीं चौथे सवाल में सुशील मोदी ने निर्माण एजेंसी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि ''जब साल भर पहले जब महासेतु का एक हिस्सा टूटा, तब निर्माण एजेंसी के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?''. वहीं अपने अंतिम सवाल में उन्होंने ''प्रस्तावित महासेतु का शिलान्यास होने के 8 साल बाद भी निर्माण पूरा क्यों नहीं हुआ?'' का सवाल उछाला.

देखने वाली बात ये है कि सुशील मोदी के इन सवालों का जवाब कौन देता है? सुशील मोदी ने कहा कि सरकार यदि कुछ छिपा नहीं रही है, तो उसे इन सवालों का तथ्यपूर्ण और विश्वसनीय उत्तर दे.

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