पटनाः बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Budget Session 2022) चल रहा है. इस बीच विधानसभा में सोमवार को सदन के अंदर सीएम नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को गुस्से में जवाब देने को लेकर हंगामा मचा हुआ है. जहां एक तरफ विपक्ष नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिए हुए है, वहीं बीजेपी के कई विधायक भी सीएम नीतीश के इस व्यवहार को गलत मान रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः VIDEO : बिहार विधानसभा में आगबबूला हुए CM नीतीश, बोले- आप खुलेआम कर रहे संविधान का उल्लंघन
सदन में होनी चाहिए चर्चाः बीजेपी विधायक विनय बिहारी (BJP MLA Vinay Bihari) ने विधानसभा में हुई कल की घटना को गलत बताया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से विधानसभा अध्यक्ष को जो भी बातें कही गईं, वह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर सदन में जो भी बीजेपी के विधायक थे, उन्हें आवाज उठानी चाहिए थी. लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा. सदन को अपमानित करने का अधिकार किसी को नहीं होना चाहिए. इस बात पर सदन में चर्चा होनी चाहिए.
ये भी पढ़ें - 'CM स्पीकर से बहस करते हैं, BJP-JDU के नेता आपस में लड़ते हैं... बताइये सरकार है या सर्कस चला रहे हैं'
'कुछ दिन पहले ही हमने अपने क्षेत्र में होली मिलन समारोह में कहा था कि 'पद पंछी क्षेत्र पिंजड़ा हो गया है, नीतीश जी के राज में विधायक @#%^ हो गया है'. ये बात कल सदन में दिखी. जो हालात कल सदन में हुए, उससे स्पष्ट है कि विधायकों की हैसियत हीं नहीं रह गयी है. हमारे क्षेत्र की जनता भी कहती है कि विधायक सदन में कुछ नहीं बोलते हैं, विधायकों की कोई हैसियत नहीं है'- विनय बिहारी, विधायक, भाजपा
ये भी पढ़ें- विधानसभा अध्यक्ष से दुर्व्यवहार मामला: RJD का आरोप- 'ललन सिंह के चहेते हैं अधिकारी, इसलिए नहीं हो रही कार्रवाई'
'अधिकारी नहीं सुनते बात': विनय बिहारी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में गरीब आदमी के घर में बिजली बिल 50,000 से ज्यादा आया. जब हम लोग अधिकारी से बात करते हैं तो कोई बात नहीं सुनता. इसी पर हमने यह बातें कही थी, यह गाना भी हमने बनाया है. निश्चित तौर पर जो बिहार के हालात हैं.,उसमें विधायक की हैसियत खत्म होती चली जा रही है और चारों तरफ अफसरशाही हावी है.
दरअसल, लखीसराय में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले को लेकर सोमवार को सदन में सवाल उठाया गया. जिस पर सीएम नीतीश कुमार आगबबूला हो गए और कहा कि मामले की जांच चल रही है. किसी भी क्राइम का रिपोर्ट कोर्ट में जाता है. सदन में नहीं जाता है. सदन को बार-बार इस मामले को उठाने का क्या मतलब है. सीएम ने इस दौरान सदन में कहा कि सिस्टम संविधान से चलता है. कृप्या करके ज्यादा मत करिए जो चीज जिस का अधिकार है, उसको करने दीजिए. इस बीच सीएम ने स्पीकर को काफी सख्त लहजे में जवाब दिया. जिसे लेकर अब सदन में हंगामा मचा हुआ है. विपक्ष तो सीएम नीतीश के इस्तीफे और मांफी तक की मांग कर रहा है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP