पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज मन की बात (Mann Ki Baat) के 90वें एपिसोड को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि लोकतंत्र ने तानाशाही को हराया था. वहीं, पटना में बीजेपी के नेताओं ने मन की बात कार्यक्रम के बाद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत के हर नागरिक को आपातकाल के बारे में जानना चाहिए कि किस तरह से कांग्रेस की सरकार ने लोगों से उनके अधिकार छीन लिया था.
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'आपातकाल पर पीएम ने ठीक कहा': बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और बीजेपी के विधान पार्षद संजय मयूख सहित कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को ध्यान से सुना. कार्यक्रम के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में आपातकाल की चर्चा की है. निश्चित तौर पर भारत के हर नागरिक को आपातकाल के बारे में समझना जरूरी है कि किस तरह से कांग्रेस की सरकार नहीं पूरे देश में आपातकाल लगाकर लोगों के अधिकारों का हनन किया था. आज हम बिहार की इस धरती पर बैठे हुए हैं, जहां से ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन हुआ था. यह मेरा सौभाग्य है कि आज संगठन के कार्यक्रम से हम बिहार पहुंचे हुए हैं.
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने आज आपातकाल की चर्चा की है. हम लोगों ने उसे काला दिवस के रूप में मनाया है, भारत के लोग को हमेशा याद रखना होगा कि कांग्रेस ने किस तरह जनता की आवाज को दबाने का काम किया था. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में स्टार्टअप की चर्चा की है. कहीं ना कहीं भारत अब धीरे-धीरे विश्व का तीसरा देश बन गया है. जहां स्टार्टअप करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है और ज्यादा से ज्यादा युवा इसमें रुचि रख रहे हैं.
"भारत के लोग को हमेशा याद रखना होगा कि कांग्रेस ने किस तरह जनता की आवाज को दबाने का काम किया था. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में स्टार्टअप की चर्चा की है कहीं ना कहीं भारत अब धीरे-धीरे विश्व का तीसरा देश बन गया है, जहां स्टार्टअप करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. ज्यादा से ज्यादा युवा इसमें रुचि रख रहे हैं. कहीं ना कहीं अगर हम देखें तो हमारा देश आगे बढ़ रहा है"- संजय जायसवाल, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
पीएम मोदी ने इमरजेंसी का किया जिक्र: पीएम मोदी ने इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे देश में 1975 के जून महीने में इमरजेंसी लगाई गई थी. आपातकाल लागू किया गया था. उसमें देश के नागरिकों से सारे अधिकार छीन लिए गए थे. पीएम मोदी ने आगे कहा उस दौरान भारते के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था. देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था. Censorship की ये हालत थी कि बिना स्वीकृति कुछ भी छापा नहीं जा सकता था.
'लोकतंत्र ने तानाशाही को हराया था': पीएम मोदी ने कहा कि उस दौरान एक अधिकार संविधान के Article 21 के तहत सभी भारतीयों को मिला, Right to Life and Personal Liberty भी था. पीएम ने कहा, भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही 'आपातकाल' को हटाकर, वापस, लोकतंत्र की स्थापना की. तानाशाही की मानसिकता को, तानाशाही वृति-प्रवृत्ति को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है.
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