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बिहार चुनाव 2020: सीट शेयरिंग को लेकर नीतीश से मिल सकते हैं BJP के शीर्ष नेता - सीटों के ऐलान में विलंब

बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार कहते रहे हैं कि एनडीए में सभी चारों दल एक साथ चुनाव लड़ेंगे. लेकिन लोजपा पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है. ऐसे में सीटों के ऐलान में विलंब हो रहा है.

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Published : Oct 1, 2020, 10:55 AM IST

Updated : Oct 1, 2020, 11:19 AM IST

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में लोजपा के कारण सीटों का ऐलान नहीं हो सका है. इस बीच, बीजेपी और जेडीयू नेताओं के बीच अब अंतिम दौर की बातचीत पटना में होने वाली है. उसके बाद सीटों का ऐलान हो जाएगा.

दरअसल, पहले दौर के लिए आज से नॉमिनेशन भी शुरू हो रहा है. ऐसे में बीजेपी और जदयू दोनों जल्द से जल्द सीटें का ऐलान करना चाहते हैं और उसके बाद कम से कम पहले फेज के उम्मीदवारों की घोषणा भी हो जाएगी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी बिहार कल देर शाम ही पहुंच चुके हैं.

जदयू और बीजेपी के बीच अंतिम दौर की वार्ता
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए का आज महत्वपूर्ण दिन होने जा रहा है. बीजेपी बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल कल देर शाम पटना लौट चुके हैं. आज मुख्यमंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत होने वाली है. जिसमें बीजेपी और जदयू के बीच सीटों का फैसला होने की उम्मीद है.

कई सीटों पर देनी होगी कुर्बानी
बीजेपी और जदयू में भी 49 सीटों पर पेंच है, दोनों दलों को सहमति के लिए कई सीटों पर कुर्बानी देनी होगी. हालांकि दोनों दलों के नेता लगातार सीटों पर सहमति होने की बात कहते रहे हैं. 2010 और 2015 का असर 2020 में पड़ रहा है. आरजेडी से आने वाले विधायक के सीटों पर भी बीजेपी की दावेदारी है.

सीटों के ऐलान में हो रहा विलंब
बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार कहते रहे हैं कि एनडीए में सभी चारों दल एक साथ चुनाव लड़ेंगे लेकिन लोजपा पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है. ऐसे में सीटों के ऐलान में विलंब हो रहा है. लेकिन आज जदयू और बीजेपी नेताओं के बीच बैठक कर रास्ता निकालने की कोशिश होगी.

ये भी पढ़ेंः अब अठावले ने भी ठोकी ताल- बात नहीं बनी तो NDA के खिलाफ उतारेंगे उम्मीदवार

इस तरह है सीटों का तालमेल
49 सीटों के साथ-साथ जिन सीटों पर बीजेपी जदयू के बीच मैच है, उसमें 2015 में भाजपा ने जिन सीटों पर जदयू को हराया उसमें बिहारशरीफ, बाढ़, दीघा, भभुआ, गोह, हिसुआ, वारसलीगंज, झाझा, चनपटिया, कल्याणपुर, पिपरा, मधुबन, अमनौर, कटिहार, जाले, कुटनी, मुजफ्फरपुर, बैकुंठपुर, सिवान लखीसराय शामिल है.

वहीं, जदयू ने 2015 में भाजपा को जिन सीटों पर हराया उसमें महाराजगंज, लौकहा, जीरादेई, नालंदा, एकमा, निर्मली, परबत्ता, अगिआंव, महनार, सुपौल , गोपालपुर , राजपुर , मैरवा , रानीगंज, अमरपुर , दिनारा, सरायरंजन रुपौली, बेलहर, नवीनगर, मटिहानी, बिहारीगंज, राजगीर, दरौंदा, फुलपरास, बेनीपुर और इस्लामपुर है. इसके अलावा परसा, गायघाट, पातेपुर, केवटी, सासाराम, तेघड़ा और पालीगंज के विधायक आरजेडी से जदयू में आए हैं, इनमें कई सीटों पर बीजेपी की दावेदारी है.

लोजपा के कारण फंसा हुआ है पेंच
विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर लोजपा के कारण पेंच फंसा हुआ है. लोजपा लोकसभा की तर्ज पर विधानसभा में भी 42 सीट की मांग कर रहा है. लेकिन जेडीयू और बीजेपी दोनों दल उसके लिए तैयार नहीं है. ऐसे बीजेपी के शीर्ष नेता लोजपा को मनाने में लगे हुए हैं. अगर लोजपा नहीं माना तो जदयू बीजेपी और हम के बीच सीटों का ऐलान हो जाएगा.

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में लोजपा के कारण सीटों का ऐलान नहीं हो सका है. इस बीच, बीजेपी और जेडीयू नेताओं के बीच अब अंतिम दौर की बातचीत पटना में होने वाली है. उसके बाद सीटों का ऐलान हो जाएगा.

दरअसल, पहले दौर के लिए आज से नॉमिनेशन भी शुरू हो रहा है. ऐसे में बीजेपी और जदयू दोनों जल्द से जल्द सीटें का ऐलान करना चाहते हैं और उसके बाद कम से कम पहले फेज के उम्मीदवारों की घोषणा भी हो जाएगी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी बिहार कल देर शाम ही पहुंच चुके हैं.

जदयू और बीजेपी के बीच अंतिम दौर की वार्ता
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए का आज महत्वपूर्ण दिन होने जा रहा है. बीजेपी बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल कल देर शाम पटना लौट चुके हैं. आज मुख्यमंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत होने वाली है. जिसमें बीजेपी और जदयू के बीच सीटों का फैसला होने की उम्मीद है.

कई सीटों पर देनी होगी कुर्बानी
बीजेपी और जदयू में भी 49 सीटों पर पेंच है, दोनों दलों को सहमति के लिए कई सीटों पर कुर्बानी देनी होगी. हालांकि दोनों दलों के नेता लगातार सीटों पर सहमति होने की बात कहते रहे हैं. 2010 और 2015 का असर 2020 में पड़ रहा है. आरजेडी से आने वाले विधायक के सीटों पर भी बीजेपी की दावेदारी है.

सीटों के ऐलान में हो रहा विलंब
बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार कहते रहे हैं कि एनडीए में सभी चारों दल एक साथ चुनाव लड़ेंगे लेकिन लोजपा पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है. ऐसे में सीटों के ऐलान में विलंब हो रहा है. लेकिन आज जदयू और बीजेपी नेताओं के बीच बैठक कर रास्ता निकालने की कोशिश होगी.

ये भी पढ़ेंः अब अठावले ने भी ठोकी ताल- बात नहीं बनी तो NDA के खिलाफ उतारेंगे उम्मीदवार

इस तरह है सीटों का तालमेल
49 सीटों के साथ-साथ जिन सीटों पर बीजेपी जदयू के बीच मैच है, उसमें 2015 में भाजपा ने जिन सीटों पर जदयू को हराया उसमें बिहारशरीफ, बाढ़, दीघा, भभुआ, गोह, हिसुआ, वारसलीगंज, झाझा, चनपटिया, कल्याणपुर, पिपरा, मधुबन, अमनौर, कटिहार, जाले, कुटनी, मुजफ्फरपुर, बैकुंठपुर, सिवान लखीसराय शामिल है.

वहीं, जदयू ने 2015 में भाजपा को जिन सीटों पर हराया उसमें महाराजगंज, लौकहा, जीरादेई, नालंदा, एकमा, निर्मली, परबत्ता, अगिआंव, महनार, सुपौल , गोपालपुर , राजपुर , मैरवा , रानीगंज, अमरपुर , दिनारा, सरायरंजन रुपौली, बेलहर, नवीनगर, मटिहानी, बिहारीगंज, राजगीर, दरौंदा, फुलपरास, बेनीपुर और इस्लामपुर है. इसके अलावा परसा, गायघाट, पातेपुर, केवटी, सासाराम, तेघड़ा और पालीगंज के विधायक आरजेडी से जदयू में आए हैं, इनमें कई सीटों पर बीजेपी की दावेदारी है.

लोजपा के कारण फंसा हुआ है पेंच
विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर लोजपा के कारण पेंच फंसा हुआ है. लोजपा लोकसभा की तर्ज पर विधानसभा में भी 42 सीट की मांग कर रहा है. लेकिन जेडीयू और बीजेपी दोनों दल उसके लिए तैयार नहीं है. ऐसे बीजेपी के शीर्ष नेता लोजपा को मनाने में लगे हुए हैं. अगर लोजपा नहीं माना तो जदयू बीजेपी और हम के बीच सीटों का ऐलान हो जाएगा.

Last Updated : Oct 1, 2020, 11:19 AM IST
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