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Bihar Politics: भाजपा नेता ने पशुपति पारस को बताया पासवान जाति का नेता, तो चिराग खेमे से उठी कार्रवाई की मांग

रामविलास पासवान का सियासी उत्तराधिकारी कौन है, इस पर उनके भाई और बेटे के बीच ठनी हुई है. रामविलास पासवान द्वारा बनायी गयी पार्टी में टूट हो चुकी है. पशुपति पारस फिलहाल मंत्री हैं. अब इस लड़ाई में भाजपा के विधान पार्षद ने घी उड़ेल दिया है. इसके बाद चिराग गुट के नेता नाराज हो गये हैं. चूंकि अब वो भी एनडीए का हिस्सा हैं तो भाजपा से संजय पासवान पर कार्रवाई की मांग की है. पढ़ें, पूरी खबर

रामविलास पासवान का सियासी उत्तराधिकारी कौन
रामविलास पासवान का सियासी उत्तराधिकारी कौन
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Published : Jul 30, 2023, 9:48 PM IST

रामविलास पासवान का सियासी उत्तराधिकारी कौन.

पटना: बिहार में पासवान जाति का नेता कौन है, इस पर पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. पासवान समुदाय का नेता कौन होगा इसे लेकर जद्दोजहद जारी है. भाजपा नेता और विधान पार्षद संजय पासवान ने इस मामले को और उलझा दिया है. संजय पासवान ने पशुपति पारस को पासवान समुदाय का नेता करार दिया. इसके बाद चिराग पासवान की पार्टी के प्रवक्ता ने संजय पासवान पर कार्रवाई की मांग की है.

इसे भी पढ़ेंः Bihar Politics : हाजीपुर सीट फिसलने का डर? बोले पशुपति- 'रामविलास जी ने कहा था मुझे चिराग से ज्यादा तुम पर विश्वास'

"भाजपा के विधान पार्षद मंत्री जी का महिमामंडन करते हैं. चापलूसी पर उतर गए और व्यक्तिगत विचार पूरे समुदाय पर थोप दिया. भाजपा को ऐसे बयान का संज्ञान लेना चाहिए ताकि सभी घटक दल सहजता से रह सकें."- डॉ विनीत सिंह, पार्टी प्रवक्ता

संजय पासवान का व्यक्तिगत विचार: केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और संजय पासवान की जुगलबंदी पर चिराग पासवान से पत्रकारों ने जब सवाल पूछा तो वह दो मौकों पर कन्नी काट गए लेकिन, पार्टी प्रवक्ता डॉ विनीत सिंह ने कहा है कि भाजपा के विधान पार्षद ने व्यक्तिगत विचार पूरे समुदाय पर थोप दिया. भाजपा को ऐसे बयान का संज्ञान लेना चाहिए ताकि सभी घटक दल सहजता से रह सकते हैं. जब चाचा अपने संसदीय क्षेत्र में जाते हैं तो उन्हें जनता के विरोध का सामना करना पड़ता है. उन्हें उतावला नहीं होना चाहिए और जनता के फैसले का इंतजार करना चाहिए.

पारस और चिराग दोनों है जरूरीः भाजपा के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार ने कहा कि एनडीए में सभी घटक दल एकजुट हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. जहां तक संजय पासवान का सवाल है तो वह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है. राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का मानना है कि एनडीए के लिए चिराग और पशुपति पारस दोनों ही महत्वपूर्ण है. चिराग पासवान ने कई मौके पर अपनी उपयोगिता एनडीए के लिए साबित की है. पशुपति पारस का अपना दावा है जब चुनाव होंगे तभी लिटमस टेस्ट होगा.

क्या है मामलाः दरअसल रामविलास पासवान के राजनीतिक जीवन पर भाजपा एमएलसी संजय पासवान और उनकी पुत्री आदित्य ने पुस्तक की रचना की है. पुस्तक के विमोचन समारोह में रामदास अठावले और पशुपति पारस को आमंत्रित किया गया था. इस समारोह से चिराग पासवान को दूर रखा गया था. समारोह के दौरान संजय पासवान ने पशुपति पारस को पासवान समुदाय का नेता करार दिया था. केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी कहा था कि हमने रामविलास जी का सबसे अधिक सेवा की है और रामविलास जी ने मुझे ही अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.

रामविलास पासवान का सियासी उत्तराधिकारी कौन.

पटना: बिहार में पासवान जाति का नेता कौन है, इस पर पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. पासवान समुदाय का नेता कौन होगा इसे लेकर जद्दोजहद जारी है. भाजपा नेता और विधान पार्षद संजय पासवान ने इस मामले को और उलझा दिया है. संजय पासवान ने पशुपति पारस को पासवान समुदाय का नेता करार दिया. इसके बाद चिराग पासवान की पार्टी के प्रवक्ता ने संजय पासवान पर कार्रवाई की मांग की है.

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"भाजपा के विधान पार्षद मंत्री जी का महिमामंडन करते हैं. चापलूसी पर उतर गए और व्यक्तिगत विचार पूरे समुदाय पर थोप दिया. भाजपा को ऐसे बयान का संज्ञान लेना चाहिए ताकि सभी घटक दल सहजता से रह सकें."- डॉ विनीत सिंह, पार्टी प्रवक्ता

संजय पासवान का व्यक्तिगत विचार: केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और संजय पासवान की जुगलबंदी पर चिराग पासवान से पत्रकारों ने जब सवाल पूछा तो वह दो मौकों पर कन्नी काट गए लेकिन, पार्टी प्रवक्ता डॉ विनीत सिंह ने कहा है कि भाजपा के विधान पार्षद ने व्यक्तिगत विचार पूरे समुदाय पर थोप दिया. भाजपा को ऐसे बयान का संज्ञान लेना चाहिए ताकि सभी घटक दल सहजता से रह सकते हैं. जब चाचा अपने संसदीय क्षेत्र में जाते हैं तो उन्हें जनता के विरोध का सामना करना पड़ता है. उन्हें उतावला नहीं होना चाहिए और जनता के फैसले का इंतजार करना चाहिए.

पारस और चिराग दोनों है जरूरीः भाजपा के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार ने कहा कि एनडीए में सभी घटक दल एकजुट हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. जहां तक संजय पासवान का सवाल है तो वह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है. राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार का मानना है कि एनडीए के लिए चिराग और पशुपति पारस दोनों ही महत्वपूर्ण है. चिराग पासवान ने कई मौके पर अपनी उपयोगिता एनडीए के लिए साबित की है. पशुपति पारस का अपना दावा है जब चुनाव होंगे तभी लिटमस टेस्ट होगा.

क्या है मामलाः दरअसल रामविलास पासवान के राजनीतिक जीवन पर भाजपा एमएलसी संजय पासवान और उनकी पुत्री आदित्य ने पुस्तक की रचना की है. पुस्तक के विमोचन समारोह में रामदास अठावले और पशुपति पारस को आमंत्रित किया गया था. इस समारोह से चिराग पासवान को दूर रखा गया था. समारोह के दौरान संजय पासवान ने पशुपति पारस को पासवान समुदाय का नेता करार दिया था. केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी कहा था कि हमने रामविलास जी का सबसे अधिक सेवा की है और रामविलास जी ने मुझे ही अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.

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