पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Rajya Sabha MP Sushil Kumar Modi) ने एक बार फिर से आरजेडी पर हमला बोला है. आरजेडी की ओर से बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री को लेकर दिए गए बयान को लेकर बीजेपी नेता ने कहा कि संत धीरेंद्र शास्त्री और ब्राह्मणों पर टिप्पणी करने से पहले राजद को नफरती बयानों के सूरमा जगदानंद और प्रोफेसर चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
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"राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने जब राम मंदिर को नफरत की जमीन पर बनने वाला धर्मस्थल कहा, तब क्या वह करोड़ों राम-भक्तों के प्रति नफरत और द्वेष से भरा बयान नहीं था? लालू प्रसाद ने मौन रह कर इस बयान का समर्थन किनका वोट पाने के लिए किया था? सत्ता में लौटते ही राजद एक तरफ हिंदू संस्कृति, राम मंदिर, रामचरित मानस, धीरेंद्र शास्त्री जैसे संतों और ब्राह्मणों पर अमर्यादित टिप्पणी कर रहा है, तो दूसरी तरफ एम-वाई समीकरण के दुर्दांत अपराधियों तक को जेल से रिहा करवा रहा है."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद
सुशील मोदी का आरजेडी पर हमला: सुशील मोदी ने आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा कि, राजद के मंत्रियों-पदाधिकारियों में यदि हिम्मत है, तो वे इस्लाम और ईसाई पंथ के प्रचारकों पर भी टिप्पणी करें. उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन के एक एमएलसी ने पूरे देश को कर्बला (युद्ध भूमि) बना देने की धमकी दी, तब क्या यह नफरती बयान नहीं था? राजद ने उस बयान की निंदा करने का भी साहस नहीं दिखाया.
"जब भ्रष्टाचार के कारण राजद सत्ता से बाहर होता है, तब इन्हें हवन-पूजन, मंदिर, काशी-वृन्दावन और ब्राह्मणों की याद आती है, लेकिन सत्ता मिलते ही ये लोग अहंकार में आकर ब्राह्मणों को विदेशी बताने लगते हैं. यदि राजद ए टू जेड की पार्टी है, तो हाल में जिन पदाधिकारियों की घोषणा हुई, उनमें एक भी ब्राह्मण क्यों नहीं है?"- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद