पटनाः बिहार की राजनीति में पिछले कई महीनों से विपक्ष की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं. लालू यादव जेल में हैं और नेता प्रतिपक्ष सीन से गायब हैं. भाजपा ने विपक्ष पर सवाल खड़े किए हैं. पार्टी की ओर से कहा गया है कि विपक्ष अब बिहार में अप्रासंगिक हो गया है.
'विपक्ष को बिहार की कोई चिंता नहीं'
बिहार में संख्या बल के आधार पर भले ही विपक्ष मजबूत दिखाई देता है. लेकिन राज्य से सरोकार रखने वाले मुद्दों को लेकर विपक्ष अपनी आवाज बुलंद करने में कामयाब नहीं हो रहा है. भाजपा प्रवक्ता नवल किशोर यादव ने कहा है कि विपक्ष के नेता चूहे के बिल में चले गए हैं और उन्हें बिहार की कोई चिंता नहीं है.
'सिर्फ परिवार की चिंता करती है पार्टी'
नवल किशोर ने ये भी कहा कि राजद भाई, भतीजा और परिवारवाद की पार्टी है. उनके नेताओं को राज्य की चिंता नहीं है. वह परिवार की चिंता करते हैं जो जनता उनके साथ थी वह भी उनका साथ छोड़ चुकी है. अब जनता भाजपा के साथ है.
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लखीसराय में राजद की सदस्यता के लिए अभियान, 50 हजार लोगों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य https://t.co/lPHTDuBE7k
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'कोई नहीं जानता कहां गायब हैं तेजस्वी'
मालूम हो कि तेजस्वी यादव काफी दिनों से पटना में नहीं हैं. वह अपनी पार्टी की सदस्यता अभियान में भी शामिल नहीं हुए थे. राजद के तमाम नेता तेजस्वी यादव का इंतजार करते रहे. पार्टी का कोई भी नेता उनके बारे में बताने की स्थिति में नहीं है. किसी को नहीं पता कि नेता प्रतिपक्ष राजनीति से इस तरह क्यों गायब हैं. उधर, सत्ताधारी दल विपक्ष की भूमिका पर लगातार सवाल उठा रहे हैं.