पटना: बिहार बीजेपी पंचायत चुनाव को गंभीरता से ले रही थी पिछले एक साल से पार्टी पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां की कर रही थी. बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव पंचायत चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को तैयार भी कर रहे थे लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए पार्टी की तैयारियों में ब्रेक लगा है.
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फिलहाल पार्टी के नेता इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि पंचायत चुनाव में पार्टी सक्रिय रूप से दिखेगी. पंचायत चुनाव में सक्रिय भूमिका को लेकर पार्टी के अंदर मंथन का दौर जारी है. आने वाले कुछ समय में केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व पूरे मसले पर अंतिम फैसला लेगा.
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'नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के सपने सच हों इसके लिए जरूरी है कि बिहार में पंचायत चुनाव दलगत आधार पर हो लेकिन फिलहाल जो परिस्थिति है वैसे में पार्टी स्तर पर सक्रियता दिखेगी या नहीं इसे लेकर मंथन का दौर जारी है. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए पार्टी नेता शीर्ष नेतृत्व के दिशा निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं.' : ओमप्रकाश भुवन, संयोजक, पंचायती राज प्रकोष्ठ
बताते चलें कि बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग (Bihar State Election Commission) की तैयारी जोरों पर है. सूत्रों की मानें तो अगस्त के अंतिम सप्ताह में पहले चरण का चुनाव कराया जाएगा. इस बीच आयोग ने कोरोना काल (COVID-19) में चुनाव को लेकर कई आवश्यक कदम भी उठाए हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत आम निर्वाचन को लेकर सभी जिलों से 10 चरणों में मतदान कार्यक्रम की तैयार रिपोर्ट प्राप्त कर ली है. आयोग 10 चरणों में चुनावी कार्यक्रम की तैयारी में है.
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आयोग के सूत्रों के मुताबिक अक्टूबर-नवंबर तक के सभी पर्व-त्योहारों को ध्यान में रखकर मतदान की तैयारी की जा रही है. आयोग द्वारा पंचायती राज के पदों के लिए चुनावी कार्यक्रम के तहत हर चरण में अधिसूचना जारी होने से लेकर मतदान के बीच 25 दिनों का अंतराल निर्धारित किए जाने की संभावना है. ये भी बता दें कि 2016 में गठित त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था और ग्राम कचहरी 15 जून को भंग कर दिया गया. चुनाव नहीं होने की स्थिति में पंचायती राज की नई व्यवस्था- परामर्शी समिति गठित की गई है.