पटना: आरजेडी के टिकट पर कैमूर जिले के रामगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह पटना पहुंचे. सुधाकर ने कहा कि जिले से भ्रष्टाचार को समाप्त करना मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नीतीश की बैसाखी के बगैर नहीं चल सकती.
नीतीश के राज में बढ़ा भ्रष्टाचार
विधानसभा चुनाव में पहली बार सुधाकर सिंह को जीत मिली है. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के नेता अंबिका यादव को हराया. सुधाकर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि जब से बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनी है तब से हर जिले में भ्रष्टाचार बढ़ गया है. हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी कि अपने क्षेत्र और अपने जिला से भ्रष्टाचार को समाप्त करना. किसानों की आमदनी कैसे बढ़े इस पर भी हमारा फोकस रहेगा. 15 साल में नीतीश की सरकार ने कृषि क्षेत्र पर कोई ध्यान नहीं दिया.
पिता के मॉडल को आगे बढ़ाना है
पिता की विरासत को आगे बढ़ाना आपके लिए कितनी बड़ी चुनौती होगी? इस प्रश्न के जवाब में सुधाकर ने कहा कि मेरे पिता जगदानंद सिंह ने शाहाबाद व कैमूर जिला में विकास का जो मॉडल रखा है उसे आगे बढ़ाना है. नई चीजों की तरफ भी बढ़ना है. रोजगार बढ़ाना है, लेकिन रोजगार आसमान से नहीं टपकेगा, बेरोजगारी दूर करने के लिए जो हमारे पास देसी मॉडल है उसे अपनाना है.
फूड प्रॉसेसिंग से मिलेगा रोजगार
कृषि क्षेत्र में फूड प्रॉसेसिंग के लिए आधारभूत संरचना बनाना है. इससे लोगों को रोजगार मिलेगा. 2002 में इस मॉडल को हमने अपनाया था. उस समय निश्चित तौर पर कुछ लोगों को रोजगार मिला था. 2005 में सरकार बदली और नीतीश कुमार बिहार के मुखिया बने. इसके बाद यह मॉडल धीरे-धीरे समाप्त हो गया.
कृषि मॉडल को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के पास कोई खाका नहीं है. सरकार के पास सिर्फ एक ही खाका है. वह है कॉन्ट्रैक्ट के नाम पर लोगों को लूटना. जब से नीतीश मुख्यमंत्री बने तब से बिहार में बाहर की कंपनियां कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से नौजवानों का शोषण कर रही है. इस ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करना है.
सुधाकर ने दावा किया कि बिहार से सिर्फ लोगों का ही पलायन नहीं हो रहा है. बल्कि यहां से कैपिटल यानी पूंजी का भी पलायन हो रहा है. सरकार इसमें निरंतर सहयोग कर रही है. जब तक हम अपनी पूंजी को अपने ही राज्य में नहीं रोकेंगे तब तक बिहार आगे नहीं बढ़ सकता.
अपने दम पर चुनाव नहीं लड़ सकती बीजेपी
रामगढ़ क्षेत्र में कहा जा रहा है कि गुरु और शिष्य की लड़ाई हो रही थी. क्योंकि बसपा के टिकट पर रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले अंबिका सिंह यादव राजद के पूर्व विधायक हैं. वह जगदानंद सिंह के काफी करीबी भी माने जाते हैं.
गुरु और शिष्य की लड़ाई में आपको कितनी परेशानी हुई इस प्रश्न के जवाब में सुधाकर ने माना कि अंबिका सिंह का गठबंधन बहुत बड़ा था. ओवैसी फैक्टर भी काम कर रहा था. उपेंद्र कुशवाहा के दल के भी लोग सक्रिय थे. हमारे साथ राजद का वोट बैंक रहा. युवा हमारे साथ थे, जिसकी वजह से चुनाव जीत पाए. बीजेपी पर हमला करते हुए राजद नेता ने कहा कि पूरे बिहार में भाजपा अपने दम पर कभी भी चुनाव नहीं लड़ सकती. उसे किसी की बैसाखी की जरूरत हमेशा रहेगी.