पटना: बिहार सरकार के एक फैसले से सियासी बवाल मच गया है. सरकार ने हेलीकॉप्टर खरीद के लिए कमेटी गठित की है. अब इस फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है. आर्थिक संकट से जूझ रहे बिहार के लिए करोड़ों रुपए के हेलीकॉप्टर खरीद को भाजपा ने कटघरे में खड़ा किया है तो वहीं जेडीयू और आरजेडी पर पलटवार किया है. (BJP attacked CM Nitish Kumar ) ( bihar government to buy helicopters and jet)
पढ़ें- नया जेट विमान और हेलीकॉप्टर खरीदेगी नीतीश सरकार, कैबिनेट की मंजूरी
हेलीकॉप्टर और जेट खरीदेगी बिहार सरकार : बिहार चुनावी मोड में आ चुका है. मिशन 2024 को लेकर राजनीतिक दलों ने गतिविधियां शुरू कर दी हैं. चुनाव से पहले बिहार सरकार ने बड़ा हेलीकॉप्टर खरीद का मन बनाया है. मिल रही जानकारी के मुताबिक 7 सीटर चेतक हेलीकॉप्टर खरीद की तैयारी है. इस बाबत कैबिनेट की स्वीकृति मिल चुकी है और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया जा चुका है. सरकार के फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है. भाजपा ने मामले को राजनीतिक रंग देना शुरू कर दिया है.
बीजेपी ने उठाए सवाल: सरकार की ओर से हेलीकॉप्टर खरीद की पहल को जहां बीजेपी ने फिजूलखर्ची करार दिया है. वहीं समय के चयन पर भी सवाल खड़े किए गए हैं. पार्टी नेताओं का मानना है कि हेलीकॉप्टर खरीद राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए की जा रही है. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी भी हेलीकॉप्टर खरीद को लेकर नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने कहा था कि 250 करोड़ का 12-सीटर जेट प्लेन और 100 करोड़ का 10-सीटर हेलीकाप्टर खरीदने का सरकार का फैसला बिहार जैसे गरीब राज्य की जनता के पैसे का खुला दुरुपयोग है. इसका जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं. वहीं जदयू और राजद ने भी मोर्चा संभालते हुए बीजेपी को करारा जवाब दिया है. (Sushil Modi attack on CM Nitish Kumar )
"नीतीश कुमार 250 करोड़ का जेट विमान और 100 करोड़ का हेलीकाॅप्टर अपने सपनों को पूरा करने के लिए खरीद रहे हैं. इससे जनता को कोई फायदा होने वाला नहीं है. यह जनता के पैसे का दुरूपयोग है. सीएम को अगर जरूरत है तो वह किराए पर भी विमान ले सकते हैं, लेकिन वह इस विमान का उपयोग अपनी राजनीतिक आकांक्षा को पूरा करने में करेंगे और अपने उत्तराधिकारी को गिफ्ट देंगे"- सुशील मोदी, सदस्य, राज्यसभा
"नीतीश कुमार कुछ भी खरीद लें प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती नहीं दे सकते हैं. राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष एकजुट नहीं हो सकता है. नरेंद्र मोदी का कोई मुकाबला नहीं है. 2024 में मोदी प्रधानमंत्री फिर से बनेंगे. बिहार जैसे गरीब राज्य में करोड़ों रुपए हेलीकॉप्टर खरीद में बहा दिया जाए यह हमारे समझ से परे है."- प्रेम रंजन पटेल,भाजपा के वरिष्ठ नेता
"नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में कई महीनों पहले से लगे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को एकजुट करना हमारे नेता की प्राथमिकता है, जहां तक हेलीकॉप्टर खरीद का सवाल है तो वह सरकार का विषय है. उसे राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए."- अंजुम आरा, जदयू प्रवक्ता
"हेलीकॉप्टर की खरीद सरकार अपने जरूरतों के हिसाब से कर रही है. बाढ़ और सूखा के समय हेलीकॉप्टर की जरूरत होती है. बिहार सरकार के पास जो हेलीकॉप्टर थी वह खराब पड़ी थी. भाड़े पर लेकर सरकार अपना काम चला रही थी. ऐसे में सरकार ने नया हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला लिया है."- एजाज अहमद,राजद प्रवक्ता
राजनीतिक विश्लेषक की राय : वहीं राजनीतिक विश्लेषक डॉक्टर संजय कुमार का मानना है कि जिस समय में हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला लिया गया है भाजपा की चिंता विषय हो सकता है. राज्य अपने स्तर से हेलीकॉप्टर खरीद सकती है. राज्य महसूस करता है कि जरूरत है तो खरीद सकता है.
"हेलीकॉप्टर खरीद पर भाजपा की चिंता समय के चयन को लेकर हो सकती है. चुनाव के समय हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला लेना भाजपा को सता रहा है. उसे लग रहा है कि नीतीश कुमार इसका इस्तेमाल प्रधानमंत्री के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में कर सकते हैं. आर्थिक संकट से जूझ रहे बिहार के लिए करोड़ों रुपए की हेलीकॉप्टर खरीद अतिरिक्त बोझ की तरह है. वह भी तब जब बिहार सरकार केंद्र पर उपेक्षा का आरोप लगा रही है. ऊंची कीमतों पर हेलीकॉप्टर खरीदने पर सवाल उठ रहे हैं."- डॉक्टर संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक
पार्टियों में मचा घमासान: बीजेपी हेलीकॉप्टर खरीद के फैसले को सरकारी राशि की फिजूलखर्ची करार दे रही है. वहीं जदयू और राजद का मानना है कि बीजेपी हर बात को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है. सत्ता से दूरी वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही है. वहीं 2024 के चुनाव से पहले सीएम नीतीश का ये बड़ा फैसला बीजेपी को परेशान कर रहा है. बीजेपी बार- बार कहती नजर आ रही है कि चाहकर भी नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते हैं.
अभी सरकार के पास सी 90 विमान : हालांकि, राज्य के सुदूर क्षेत्रों में स्थित रनवे की लंबाई कम होने एवं किसी भी हैलिपैड पर सुगमतापूर्वक संचालित किये जा सकने के कारण एक हेलीकॉप्टर की आवश्यकता है. राज्य से बाहर लंबी दूरी की यात्रा के लिए सी 90 विमान की बैठने की क्षमता कम होने एवं यात्रा में अधिक समय लगने के कारण जेट इंजन विमान की सेवा वाह्य श्रोत से प्राप्त किया जाता है.
नीतीश कैबिनेट ने दी मंजूरी : राज्य सरकार के प्रशासनिक कार्य, विधि-व्यवस्था, आपदा एवं आकस्मिकता आदि कार्यों के लिए तथा विशिष्ट, अति विशिष्ट व्यक्तियों के उड़ान कार्यों के लिए सिविल विमानन निदेशालय के लिए वर्ष 2022-23 में एक नया हेलीकॉप्टर एवं एक जेट इंजन विमान के क्रय करने तथा इसके लिए एक उच्चस्तरीय विशेष क्रय समिति के गठन पर मंत्रिपरिषद् की स्वीकृति प्रदान की गई है.