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NRC मुद्दे पर बीजेपी और जेडीयू में मतभेद, बन सकता है यह चुनावी मुद्दा

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Published : Nov 4, 2019, 12:29 PM IST

बिहार विधानसभा चुनाव में जनसंख्या नियंत्रण और एनआरसी एक बड़ा मुद्दा बन सकता है.जदयू बिहार में एनआरसी की जरूरत नहीं बता रही हैं. वहीं, बीजेपी बिहार में इसकी जरूरत बता रही रही है.

पटना

पटना: प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण और एनआरसी को लेकर राजनीतिक बहस शुरू हो गई है. एनआरसी के मुद्दे पर जदयू और बीजेपी का मत अलग- अलग है. जदयू बिहार में एनआरसी की जरूरत नहीं बता रही हैं. वहीं, बीजेपी बिहार में इसकी जरूरत बता रही है.

बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव है. इस चुनाव में जनसंख्या नियंत्रण और एनआरसी एक बड़ा मुद्दा बन सकता है. इसको लेकर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में एनआरसी लागू करने की कोई जरूरत नहीं है. बीजेपी जब इसे लागू करेगी, तो फिर उस समय जदयू फैसला करेगी.

राजीव रंजन और अजफर शमशी का बयान

'जनसंख्या नियंत्रण है जरूरी'
इसके साथ जदयू प्रवक्ता ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कहा कि इस मुद्दे को जाति और धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं है. जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कई अभियान चलाए जा रहे हैं. लेकिन इसे पूरे देश में सही ढंग से लागू करने की जरूरत है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अजफर शमशी का कहना है कि जिस ढंग से आबादी बढ़ रही है. यह चिंता का विषय है. इसे नियंत्रण करने की पहल स्वागत योग्य है.

पटना: प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण और एनआरसी को लेकर राजनीतिक बहस शुरू हो गई है. एनआरसी के मुद्दे पर जदयू और बीजेपी का मत अलग- अलग है. जदयू बिहार में एनआरसी की जरूरत नहीं बता रही हैं. वहीं, बीजेपी बिहार में इसकी जरूरत बता रही है.

बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव है. इस चुनाव में जनसंख्या नियंत्रण और एनआरसी एक बड़ा मुद्दा बन सकता है. इसको लेकर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में एनआरसी लागू करने की कोई जरूरत नहीं है. बीजेपी जब इसे लागू करेगी, तो फिर उस समय जदयू फैसला करेगी.

राजीव रंजन और अजफर शमशी का बयान

'जनसंख्या नियंत्रण है जरूरी'
इसके साथ जदयू प्रवक्ता ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कहा कि इस मुद्दे को जाति और धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं है. जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कई अभियान चलाए जा रहे हैं. लेकिन इसे पूरे देश में सही ढंग से लागू करने की जरूरत है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अजफर शमशी का कहना है कि जिस ढंग से आबादी बढ़ रही है. यह चिंता का विषय है. इसे नियंत्रण करने की पहल स्वागत योग्य है.

Intro:पटना-- बिहार में सत्ताधारी प्रमुख दल जदयू और बीजेपी की विवादास्पद मुद्दों पर अलग-अलग राय रहा है ऐसे तो 370 पर भी जदयू विरोध करता रहा है और तीन तलाक का भी लेकिन यह दोनों बड़े फैसले बीजेपी ने ले लिया है और अब जनसंख्या नियंत्रण और एनआरसी पर बीजेपी नेताओं का जिस तरह से बयान बाजी हो रहा है जदयू की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती है क्योंकि जदयू का इन मुद्दों पर बीजेपी से पूरी तरह अलग राय है।
पेश है खास रिपोर्ट---


Body:बिहार में बीजेपी के कई नेता कह रहे हैं कि एनआरसी को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा है कि पूरे देश में एनआरसी लागू करेंगे लेकिन इसके बावजूद जदयू का राय बीजेपी से अलग है जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि बिहार में एनआरसी लागू करने की कोई जरूरत नहीं है बीजेपी जब इसे लागू करेगी तो फिर उस समय पार्टी फैसला लेगी ।
बाईट--राजीव रंजन, प्रवक्ता, जदयू।
यही नहीं जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर भी जदयू का साफ कहना है कि इसे जाति और धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं है पहले से जनसंख्या नियंत्रण के कई अभियान चले हैं रहे हैं लेकिन पूरे देश में इसको और भी अच्छे ढंग से चलाने की जरूरत है।
बाईट--राजीव रंजन, प्रवक्ता, जदयू
बीजेपी के कई नेता जनसंख्या नियंत्रण को भी बिहार में कड़ाई से लागू करने की मांग करते रहे हैं बीजेपी प्रवक्ता अजहर शमसी का कहना है कि जिस ढंग से आबादी बढ़ रही है वह चिंता का कारण है और इसे रोकने की जो पहल हो रही है वह स्वागत योग्य है।
बाईट--अजफर शमसी, प्रवक्ता, बीजेपी।


Conclusion:एनआरसी, जनसंख्या नियंत्रण राम मंदिर 370 और तीन तलाक जैसे कई मुद्दों पर जदयू की बीजेपी से राय जगजाहिर है और जब कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बना था केंद्र में अटल जी की सरकार में तो इन मुद्दों को विवादास्पद बताकर बाहर रखा गया था लेकिन अब केंद्र में बीजेपी की बहुमत वाली सरकार है । बिहार में भले ही बीजेपी जदयू साथ-साथ सरकार चला रही है लेकिन जिस प्रकार से बीजेपी के दिग्गज नेताओं का बयान इन मुद्दों पर आ रहा है 2020 विधानसभा चुनाव में जदयू के लिए राह आसान नहीं होने वाली है।
अविनाश, पटना।
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