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दशहरा-दिवाली और छठ में चीन को सबक सिखाएगा बिहार, आने वाली है देसी खिलौनों की बहार!

भारत में खिलौना बाजार विकसित करने के लिए पीएम मोदी ने कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही. पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर घर में खिलौने का बनाये जाने चाहिए. इससे ग्लोबल टॉय मार्केट में भारत की सहभागिता बढ़ेगी. पढ़ें, ये खबर...

ईटीवी भारत रिपोर्ट
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Published : Sep 2, 2020, 3:25 PM IST

पटना: बिहार में त्योहारों के दौरान बड़े पैमाने पर चीनी खिलौनें और बिजली के उपकरण की बिक्री होती है. चीन से बढ़ते तनाव के बीच अब आम लोग भी चीनी सामान से तौबा कर रहे हैं. पीएम मोदी के आह्वान के बाद स्थानीय स्तर पर खिलौनों के उत्पादन की मांग जोर पकड़ने लगी है.

बिहार में देशभर के सभी त्योहार धूमधाम मनाये जाते हैं. यहां दशहरा, दिवाली, छठ, होली, दुर्गा पूजा, गणेश पूजा, क्रिसमस, ईद आदि त्योहारों में धूम रहती है. त्योहारों के दौरान बाजार गुलजार रहती हैं और इन्हीं बाजारों में सस्ते दामों पर खिलौनों की भरमार लोगों को आकर्षित करती है. खिलौनों से लेकर प्लास्टिक के चाइनीज बर्तन हो या इलेक्ट्रॉनिक सामान, सभी की खरीददारी लोग करते हैं.

खिलौने का बाजार
खिलौने का बाजार

चल रहा है चीनी सामान का बहिष्कार
देशभर में ज्यादातर सामान चीन से आयात होता है. चीन त्यौहार के दौरान अरबों रुपए की कमाई बिहार जैसे राज्यों से करता है. लेकिन इस बार बाजार में ना तो चीनी खिलौने की मांग है और ना ही लोग उसे खरीद रहे हैं. चीनी खिलौने और बिजली के उपकरण के बहिष्कार को लेकर अभियान भी चलाए जा रहे हैं. अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री 7 लाख करोड़ से अधिक की है. इतना बड़ा कारोबार होने के बावजूद, इसमें भारत की भागीदारी बेहद कम है.

देखें, ये रिपोर्ट

पीएम मोदी के मुताबिक, कुटीर उद्योगों के तहत घर-घर खिलौने का निर्माण होना चाहिए. पीएम के अनुसार अगर देश एमएसएमई के तहत खिलौनों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करता है, तो ग्लोबल मार्केट में भारत की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी.

दुकानदार हैं जागरूक
दुकानदार भी चीनी सामान बेचने से परहेज कर रहे हैं. खिलौना विक्रेता राजेश का कहना है कि लोग अब चीनी खिलौने खरीदना नहीं चाहते हैं क्योंकि चीन कोरोना को लेकर बदनाम हो चुका है, हम देसी खिलौने बेच रहे हैं.

निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता
निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता

कैट चलाएगा अभियान
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद लोकल के लिए वोकल होने का वक्त आ गया है. स्थानीय स्तर पर भी खिलौनों का उत्पादन हो, इसके लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है. जिस तरीके से चीन पीआरसी लिख कर लोगों को भ्रमित कर रहा है, उससे भी बचने की जरूरत है.

कमल रूपाणी, प्रदेश अध्यक्ष, कैट
कमल रूपाणी, प्रदेश अध्यक्ष, कैट

चीनी सामान को लेकर एक लंबे समय से अभियान चलाता रहा है. दशहरा से पहले एक बार फिर चीनी सामान के बहिष्कार को लेकर कैट अभियान चलाने की तैयारी में है. बिहार प्रदेश के अध्यक्ष कमल रुपाणी ने कहा कि चीनी सामान को किसी भी सूरत में बढ़ावा नहीं दिया जाएगा. हम त्योहार के मौसम में अभियान शुरू करने जा रहे हैं. साथ ही सरकार से उम्मीद है कि खिलौना निर्माण के लिए एक हब विकसित करें और लोगों को प्रशिक्षित किया जाए.

पटना: बिहार में त्योहारों के दौरान बड़े पैमाने पर चीनी खिलौनें और बिजली के उपकरण की बिक्री होती है. चीन से बढ़ते तनाव के बीच अब आम लोग भी चीनी सामान से तौबा कर रहे हैं. पीएम मोदी के आह्वान के बाद स्थानीय स्तर पर खिलौनों के उत्पादन की मांग जोर पकड़ने लगी है.

बिहार में देशभर के सभी त्योहार धूमधाम मनाये जाते हैं. यहां दशहरा, दिवाली, छठ, होली, दुर्गा पूजा, गणेश पूजा, क्रिसमस, ईद आदि त्योहारों में धूम रहती है. त्योहारों के दौरान बाजार गुलजार रहती हैं और इन्हीं बाजारों में सस्ते दामों पर खिलौनों की भरमार लोगों को आकर्षित करती है. खिलौनों से लेकर प्लास्टिक के चाइनीज बर्तन हो या इलेक्ट्रॉनिक सामान, सभी की खरीददारी लोग करते हैं.

खिलौने का बाजार
खिलौने का बाजार

चल रहा है चीनी सामान का बहिष्कार
देशभर में ज्यादातर सामान चीन से आयात होता है. चीन त्यौहार के दौरान अरबों रुपए की कमाई बिहार जैसे राज्यों से करता है. लेकिन इस बार बाजार में ना तो चीनी खिलौने की मांग है और ना ही लोग उसे खरीद रहे हैं. चीनी खिलौने और बिजली के उपकरण के बहिष्कार को लेकर अभियान भी चलाए जा रहे हैं. अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री 7 लाख करोड़ से अधिक की है. इतना बड़ा कारोबार होने के बावजूद, इसमें भारत की भागीदारी बेहद कम है.

देखें, ये रिपोर्ट

पीएम मोदी के मुताबिक, कुटीर उद्योगों के तहत घर-घर खिलौने का निर्माण होना चाहिए. पीएम के अनुसार अगर देश एमएसएमई के तहत खिलौनों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करता है, तो ग्लोबल मार्केट में भारत की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी.

दुकानदार हैं जागरूक
दुकानदार भी चीनी सामान बेचने से परहेज कर रहे हैं. खिलौना विक्रेता राजेश का कहना है कि लोग अब चीनी खिलौने खरीदना नहीं चाहते हैं क्योंकि चीन कोरोना को लेकर बदनाम हो चुका है, हम देसी खिलौने बेच रहे हैं.

निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता
निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता

कैट चलाएगा अभियान
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद लोकल के लिए वोकल होने का वक्त आ गया है. स्थानीय स्तर पर भी खिलौनों का उत्पादन हो, इसके लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है. जिस तरीके से चीन पीआरसी लिख कर लोगों को भ्रमित कर रहा है, उससे भी बचने की जरूरत है.

कमल रूपाणी, प्रदेश अध्यक्ष, कैट
कमल रूपाणी, प्रदेश अध्यक्ष, कैट

चीनी सामान को लेकर एक लंबे समय से अभियान चलाता रहा है. दशहरा से पहले एक बार फिर चीनी सामान के बहिष्कार को लेकर कैट अभियान चलाने की तैयारी में है. बिहार प्रदेश के अध्यक्ष कमल रुपाणी ने कहा कि चीनी सामान को किसी भी सूरत में बढ़ावा नहीं दिया जाएगा. हम त्योहार के मौसम में अभियान शुरू करने जा रहे हैं. साथ ही सरकार से उम्मीद है कि खिलौना निर्माण के लिए एक हब विकसित करें और लोगों को प्रशिक्षित किया जाए.

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