पटना: बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) अपने चरम पर है. शुक्रवार देर रात मूसलाधार बारिश (Patna Rain) के साथ आकाशीय बिजली (Thunderstorm in Bihar) की भयानक कड़कड़ाहट और लगातार कई बार गरज ने लोगों को डरा दिया. पटना वासियों की रात की नींद जैसे छीन ली हो. राजधानी के कई इलाकों में भयानक गरज के साथ बिजली गिरने से लोगों में दहशत मच गई.
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मौसम विभाग ने था अलर्ट
मौसम विभाग ने पूर्व में ही अवगत कराया था कि शुक्रवार देर रात राजधानी पटना सहित सिवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और पूर्णिया जैसे जिलों में तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने और वर्जपात का अनुमान है. इस बाबत लोगों को खुले आकाश, पेड़ के नीचे, खेत खलिहान और बागवानी में नहीं रहने की सलाह दी गई थी.
अचानक तेज बिजली चमकने लगी
मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही पाया गया और शुक्रवार आधी रात अचानक तेज बारिश के साथ-साथ तेज हवा चलने लगी और आकाशीय बिजली भयानक गरज के साथ दर्जनों बार गिरी. इस घटना से पटना के लोग इस कदर डर और सहम गए कि चीख पुकार भी सुनाई दी.
सूबे में वज्रपात से 8 लोगों की मौत
बता दें कि बीते दिनों बिहार के पांच जिलों में हुई वज्रपात (Thunderstorm) से 8 लोगों की मौत हो गई. नवादा, कैमूर, सारण, मधेपुरा और बेतिया में 8 लोगों की वज्रपात से जान गई. वहीं, एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गया और एक मवेशी की भी मौत हो गई. मौसम विभाग (Weather Department) ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था. जिसमें कहा गया था कि तेज हल्की से मध्यम वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना है. लिहाजा लोग घरों में ही रहें.
बिहार में आसमान से गिरी आफत
बता दें कि सूबे में मानसून के आगमन के साथ हो रही बारिश के दौरान विभिन्न जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की मौत हो गयी. बारिश और ठनके की बढ़ती आशंका को देखते हुए सूबे में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
- नवादा : जिले के मेसकौर प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत में वज्रपात से खेत में काम कर रहे एक महिला समेत दो लोगों की मौत. गोविंदपुर थाना क्षेत्र में भी एक मौत हुई है.
- सारण: सारण के गड़खा प्रखंड के नरांव टोला धर्मबागी में महेश्वर राय की चौदह वर्षीय बेटी लाखी कुमारी की वज्रपात से मौत हो गई.
- मधेपुरा : जिले के सदर प्रखंड के बाराही मोहनपुर गांव में ठनका गिरने से दो बच्ची की मौत.
- बेतिया: नरकटियागंज में आकाशीय बिजली गिरने से एक मासूम की मौत.
- कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिरबीट में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक महिला की मौत. कुरई में एक व्यक्ति घायल.
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जानें... क्यों गिरती है बिजली?
जब बादल में मौजूद हल्के कण ऊपर चले जाते हैं और पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं. भारी कण नीचे जमा होते हैं और निगेटिव चार्ज हो जाते हैं. जब पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज अधिक हो जाता है, तब उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज होता है. अधिकतर बिजली बादल में बनती है और वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन कई बार यह धरती पर भी गिरती है. आकाशीय बिजली इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज होती है. आकाशीय बिजली में लाखों-अरबों वोल्ट की ऊर्जा होती है. बिजली में अत्यधिक गर्मी के चलते तेज गरज होती है. बिजली आसमान से धरती पर 3 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरती है.
वज्रपात के दौरान बरतें सावधानी:
- आसमान में अंधेरा छा जाये और तेज हवा हो तो सतर्क हो जायें
- यदि आप गड़गड़ाहट सुनते हैं तो समझ लें कि वज्रपात होने वाला है.
- जब तक बिल्कुल आवश्यक न हो बाहर न निकलें.
- यदि संभव हो तो यात्रा से बचें.
- साइकिल, मोटर साइकिल, ट्रैक्टर आदि वाहनों से नीचे उतर जाएं, यह बिजली को आकर्षिक कर सकते हैं .
- अपने घर के खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दें.
- बच्चों का रखें खास ध्यान
- बिजली के उपकरण को बंद कर दें.
- वज्रपात होने पर धातु के औजार जैसे कुदाल, कुल्हाड़ी, छाता, धातु का झूला, धातु की कुर्सी, छाते, कैंची, चाकू आदि जैसी धातु की वस्तुओं से निकटता से बचे.
- वज्रपात होने पर दोनों पैरों और घुटनों को मोड़कर फर्श पर बैठ जाए.
- कान दोनों हाथों से बंद कर लें, इससे सुरक्षित रहेंगे.
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