पटना : बिहार में 'राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद' ने शिक्षकों के 'आवासीय प्रशिक्षण कार्य' को स्थगित कर दिया है. गौरतलब है कि प्रदेश के तमाम शिक्षक संगठन इस 'आवासीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्य' को नवरात्र में आयोजन किए जाने से नाराज चल रहे थे. सोमवार को प्रशिक्षण कार्य के पहले दिन तमाम जिला मुख्यालयों में प्रशिक्षण केंद्र पर शिक्षकों ने उपवास रहते हुए अपना विरोध दर्ज कराया. इसके बाद 'प्रशिक्षण परिषद' ने शिक्षकों की ट्रेनिंग को अगले आदेश के लिए स्थगित कर दिया है.
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'शिक्षक प्रशिक्षण स्थगित' : राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद महेंद्रू, पटना की ओर से निदेशक सज्जन आर की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक मंगलवार 17 अक्टूबर से अपरिहार्य कारणों से इस प्रशिक्षण को स्थगित किया गया है. विभाग ने कहा है कि जो भी शिक्षक प्रशिक्षण कार्य में जुड़े हैं उनका प्रशिक्षण कार्य अभी अधूरा माना जाएगा. इसे पूरा करने के लिए बाद में दोबारा से आदेश निर्गत किया जाएगा.
शिक्षक संगठनों ने उठाए थे सवाल : टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने शिक्षा विभाग के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि सरकार का फैसला सराहनीय है, शिक्षकों को आवासीय प्रशिक्षण से कोई आपत्ति नहीं थी, सिर्फ नवरात्र के कारण आवासीय प्रशिक्षण से आपत्ति थी. कई शिक्षक फलहार और सात्विक भोजन नवरात्र के दौरान रखते हैं. शिक्षा विभाग से वह आग्रह करेंगे कि विजयादशमी के बाद और दीपावली से पहले कभी भी आवासीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम सरकार आयोजित करा सकती है, अथवा छठ के बाद भी आयोजित करा सकती है.
ट्रेनिंग का जारी हुआ था पत्र : दरअसल यह ट्रेनिंग 16 अक्टूबर से 21 अक्टूबर के बीच यानी छह दिनों तक चलने का आदेश था. लेकिन भारी विरोध के चलते ही 17 अक्टूबर को आवासीय ट्रेनिंग को स्थगित कर दिया गया. एससीईआरटी ने इससे पहले इस ट्रेनिंग से संंबंधित सर्कुलर जारी किया. इसी बीच दुर्गा पूजा की भी शुरूआत होने से ट्रेनिंग की तारीखों को लेकर सवाल उठाए जाने लगे.
बीजेपी ने भी सरकार को घेरा : मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने भी शिक्षकों के हक में आवाज उठानी शुरू कर दिया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि पहले छह दिन की छुट्टी मिलती थी लेकिन अब इसे 3 दिन कर दिया गया.. दुर्गा पूजा बिहार में बड़ा पर्व है ऐसे में इसे बीजेपी ने इसे हिन्दू धर्म के अपमान से जोड़ दिया. इसीलिए एक बार फिर इस फैसले को वापस लेना पड़ा.