पटना: कोरोना के खतरे को कम करने के लिए केंद्र और बिहार सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इस बीच बिहार ने वैक्सीन से कोरोना पर 'प्रहार' कर पहले नम्बर पर पहुंच गया है. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जारी रिपोर्ट के अनुसार 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग में बिहार में टीकाकरण की रफ्तार देश में सबसे ज्यादा है. शायद बिहार कोरोना मामले में हो रही कमी का एक कारण यह भी हो सकता है.
बिहार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आकड़े के मुताबिक, सिर्फ पिछले रविवार को 18 से 44 साल आयुवर्ग के 1 लाख 24 हजार युवाओं ने टीकाकरण में हिस्सा लिया. सभी आंकड़ों को जोड़ दें तो बिहार में अभी तक 18 साल से 44 साल के उम्र के लोगों का टीकाकरण लगाने की संख्या 15 लाख को पार कर गई है. राज्य में 1 करोड़ 48 लाख, 381 लोगों ने अभी तक कोरोना का टीका लगवाया है, जबकि पहले नम्बर पर चल रहा राजस्थान दूसरे नम्बर पर पहुंच गया है.
9 मई से हुई थी वैक्सीनेशन की शुरुआत
राज्य में 18 साल से 44 साल के उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत 9 मई से हुई थी. उसके बाद बिहार सरकार ने टीकाकरण को लेकर लोगों से आग्रह किया था और ऐसी व्यवस्था भी की थी कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग कोरोना वैक्सीन लगवा लें. अब इसका नतीजा सामने है. बिहार सरकार ने ग्रामीण इलाक़ों में टीकाकरण तेज करने के लिए जो प्रयास किए थे, उसका भी सकारात्मक परिणाम आया है.
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बिहार में 18 से 45 साल के लोगों की आबादी 5.46 करोड़ है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि कोरोना महामारी के विरुद्ध हमारी जंग पूरी ऊर्जा के साथ जारी है. सरकार मजबूती के साथ लड़ेगी और राज्यवासियों के सहयोग से कोरोना को परास्त करने में राज्य अवश्य सफल होगा.