पटना: लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सेना ने सफल ऑपरेशन को अंजाम देकर लोगों को राहत दिया है. मंगलवार को सुरंग के अंदर फंसे सभी 41 मजदूरों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया गया. पूरे मसले पर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. जदयू ने टनल के निर्माण को लेकर निशाना साधा है.
टनल निर्माण कार्य पर सवाल: बता दें कि उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में सेना ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया और सिलक्यारा में टनल में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू कर मंगलवार रात को बाहर निकाल लिया गया. सभी मजदूर 12 नवंबर से ही टनल में फंसे हुए थे. भारतीय जनता पार्टी ने सफल ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धन्यवाद ज्ञापन किया है तो जनता दल यूनाइटेड ने टनल निर्माण कार्य पर सवाल खड़े किए हैं.
'लोग कितने सुरक्षित रहेंगे?': जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि सफल ऑपरेशन के लिए मैं सेना के जवानों को धन्यवाद देता हूं. सवाल यह भी उठना लाजिमी है कि जब निर्माण के दौरान ही ऐसी घटना हो रही है तो कैसे उस पर ट्रेनों का परिचालन होगा. लोग कितने सुरक्षित रहेंगे?
"उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के लोग लगातार विरोध कर रहे हैं. वहां प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग भी हो रहा है. सुविधा के नाम पर लोगों की जिंदगी जोखिम में डाली जा रही है. इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा, राज्य और केंद्र सरकार के स्पष्ट करना चाहिए.-"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू
'यह टनल अद्भुत टनल होगा'- BJP: भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने सफल ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ-साथ सेना के जवानों को भी साधुवाद दिया है. उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड विकृत मानसिकता की पार्टी है. प्रधानमंत्री ने सारे अत्याधुनिक मशीनों का प्रयोग करवा कर मजदूरों को निकाला है. यह टनल अद्भुत टनल होगा और दुनिया देखेगी.
"41 श्रमिक भाइयों को टनल से निकाले के लिए पीएम मोदी जी को अभिवादन और वहां के मुख्यमंत्री को भी अभिवादन है. दल बदलू को क्या समझ में आएगा कि कैसे बाहर निकाला गया. प्रधानमंत्री की दृढ़ इच्छा शक्ति का यह टनल यह परिचायक है.- अरविंद सिंह, भाजपा प्रवक्ता