पटना: बिहार में अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस के वरीय अधिकारी डोर टू डोर जाकर आमलोगों की समस्या सुन रहे हैं. दरअसल, 'नो योर पुलिस नो योर पीपुल' अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत पुलिस लोगों के घर जाकर न सिर्फ उनकी समस्या सुन रही है बल्कि हर घर का फोन नंबर और कितने सदस्य हैं और क्या करते हैं, इसका उत्तर भी तैयार कर रही है. इससे अपराध नियंत्रण के साथ-साथ लोगों की समस्याओं का निराकरण भी किया जा सकेगा.
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पुलिस-पब्लिक कनेक्ट होगा बेहतर : सिटी एसपी वैभव शर्मा खुद लोगों के घरों और दुकानों पर जाकर उनसे बात करते दिखे. जब इस बाबत उनसे बात कि गई तो सिटी एसपी ने बताया कि हमलोग घर-घर जाकर लोगों से बातचीत कर रहे हैं. उनसे उनके परिवार के अन्य सदस्यों की जानकारी ले रहे हैं. इस अभियान का एक फायदा तो यह है कि पब्लिक से पुलिस का कनेक्ट बेहतर होगा और हमारा मैनुअल इंटिलेंस भी मजबूत होगा.
"हमलोगों का प्रयास रहेगा कि व्यवसायियों और युवाओं का नंबर लेकर एक व्हाट्स एप सर्किल बनाया जाए. इसका यही मकसद है कि हमें सही समय पर सटीक सूचना मिल पाएगी. लोगों की समस्याओं को जानकर उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही एरिया को लेकर लोगों की जेनरल कुछ समस्या है तो उस पर काम किया जाएगा. अगर कहीं कैमरा लगाने की जरूरत होगी या फिर कहीं किसी जमावड़े की शिकायत है तो इन चीजों पर काम हो पाएग."- वैभव शर्मा, सिटी एसपी, पटना
क्राइम कंट्रोल की कवायद जारी: सिटी एसपी ने बताया कि अपराध कंट्रोल को लेकर अगर लोगों को लगता है कि अमुक जगह कैमरा लगनी चाहिए, तो वह भी किया जाएगा. हमलोग लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि जनसहयोग से भी कैमरा लगवाएं. अभी इस अभियान की शुरुआत है. अभी सिर्फ लोगों के बीच विश्वास बढ़ाना है. अभी सिर्फ लोग जेनरल बातें की शेयर कर रहे हैं. एक से डेढ़ दिन में हमलोगों ने नगर मध्य में छह सौ परिवारों से बातचीत की है.