पटना: पुलिस मुख्यालय के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार ने पत्र जारी करते हुए बताया कि इस वर्ष ईद-उल-जुहा बकरीद एक अगस्त को मुस्लिम समुदाय के दोनों संप्रदाय शिया और सुन्नी मनाएंगे. इस पर्व के अवसर पर मुस्लिम वर्ग की ओर से ईदगाह और मस्जिदों में प्रातः काल 8 से 11 के मध्य सामूहिक नमाज अता की जाती है.
विशेष सतर्कता रखने की जरूरत
नमाज अता करने के बाद 3 दिनों तक मुस्लिम संप्रदाय की ओर से कुर्बानी दी जाती है. एडीजी ने बताया कि बकरीद का त्यौहार संप्रदाय दृष्टिकोण से अति संवेदनशील है. बीते सालों में ऐसे धार्मिक अवसर पर किसी भी छोटी से छोटी घटना को तूल देकर अप्रत्याशित रूप से विवाद, तनाव और टकराव आदि की विषम स्थिति उत्पन्न करने का प्रयास होता है. जिस वजह से दृष्टिगत विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है.
निरंतर भ्रमण करने का निर्देश
कोरोना महामारी को देखते हुए गृह मंत्रालय भारत सरकार और बिहार सरकार ने कोविड-19 के दृष्टिगत धार्मिक कार्यक्रमों के योजना के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश दिया गया है. समस्त पुलिस अधिकारी अपने-अपने समकक्षीय मजिस्ट्रेट के साथ निरंतर भ्रमण कर यह सुनिश्चित करें कि सरकार के तरफ से दिए गए निर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है कि नहीं.
सोशल डिस्टेंस का पालन
सघन गश्त करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी सामूहिक आयोजन ना हो पाए. भीड़ इकठा किसी भी हालत में ना हो पाए. धर्म गुरुओं की ओर से बकरीद का त्योहार घर में ही मनाने और सामूहिक रूप से नमाज अदा न किए जाने के लोगों को प्रेरित किया जाए. पुलिस की ओर से वाहनों पर लाऊड स्पीकर के माध्यम से सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए.
सोशल मीडिया पर विशेष नजर
पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिले के एसपी और एसएसपी को पत्र लिखा गया है कि सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर औप व्हाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जाए, भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर विधि पूर्वक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए. विधि व्यवस्था अभिलेखों का अध्ययन कर ऐसे संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर ले, जहां घटना होने का संख्या हो.
सांप्रदायिक तत्वों पर विशेष निगरानी
ऐसे सभी स्थानों का संवेदनशीलता के आधार पर सक्षम अधिकारी का भ्रमण किया जाए और समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. विगत वर्षों में बकरीद के अवसर पर कुर्बानी नमाज आदि को लेकर यदि कोई विवाद हुआ हो, तो उसका समाधान कर लिया जाए.
जिले के अपराधी गुंडा और सांप्रदायिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखा जाए और आवश्यकता अनुसार निरोधात्मक कार्रवाई की जाए. वहीं पुलिस मुख्यालय की तरफ से बकरीद के त्योहार को शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए दिशा-निर्देश पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिले के एसपी और एसएसपी को दिया गया है.