पटना: बिहार में राज्य सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर इन दिनों कोरोना संक्रमण के मामलाें में लगातार कमी आ रही है. राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि को कुछ छूट के साथ एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दी गई है.
वहीं लॉकडाउन गाइडलाइंस का पालन करवा रही पुलिस पर कहीं- कहीं हमले की घटना को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय (bihar police headquarters) गंभीर हैं. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार के मुताबिक सभी असामाजिक तत्वों की पहचान की जा रही है.
सुपौल, आरा में पुलिस पर हमला
ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर, सुपौल और आरा का सामने आया है. जहां पर लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाने गये पुलिसकर्मियों पर ही असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया. आरा में हत्या के आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग और पथराव किया गया. इसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.
सुपौल के रेलवे स्टेशन चौक पर पुलिस द्वारा रिक्शा चालकों पर लाठीचार्ज की घटना घटी. इसके बाद आसपास के तमाम ठेला और रिक्शा चालकों ने पुलिस पर हमला कर दिया गया. इसमें एक कई पुलिसवाले घायल भी हुए हैं. भीड़ का फायदा उठाते कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया. पुलिस के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
वायरल वीडियो या सीसीटीवी से हो रही पहचान
हालांकि, यह कोई पहला मामला नहीं है. ऐसे में पुलिस मुख्यालय काफी अलर्ट है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार के मुताबिक सभी असामाजिक तत्वों की पहचान की जा रही है. इस कोरोना महामारी के समय में पुलिसकर्मी अपनी जान पर खेलकर आम लोगों की सुरक्षा हेतु 24 घंटे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं.
'भीड़ का फायदा उठाते हुए कुछ असामाजिक तत्व ही इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. जिन्हें वायरल वीडियो या सीसीटीवी के माध्यम से पहचान कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी.' :- जितेंद्र कुमार, एडीजी मुख्यालय