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बिहार पंचायत चुनाव: सातवें चरण की मतगणना जारी, यहां देखें सबसे तेज नतीजे - राज्य निर्वाचन आयोग

बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर 37 जिलों के 63 प्रखंडों में मतगणना जारी है. निर्वाचन आयोग ने मतगणना को लेकर पुख्ता बंदोबस्त कर रखे हैं. जिन स्थानों पर प्रत्याशियों की मौत हुई है, वहां पर नये सिरे से चुनाव होंगे.

पटना
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Published : Nov 17, 2021, 7:06 AM IST

Updated : Nov 17, 2021, 4:52 PM IST

पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के सातवें चरण की मतगणना (7th Phase Counting) 37 जिलों में हो रही है. राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) और जिला प्रशासन की तरफ से मतगणना को लेकर पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं.

LIVE UPDATE:

सीतामढ़ी: जिले के बैरगनिया प्रखंड की मुसाचक पंचायत के नतीजे सामने आ गए हैं. मुखिया पद पर दीनबंधु प्रसाद ने बीजेपी विधायक पवन जायसवाल की बहन सुधा देवी को 76 मतों से हरा दिया है. इससे पहले विधायक की भाभी गायत्री जायसवाल फुलवरिया पंचायत से चुनाव हार चुकी हैं.

वहीं, पचटकी यदु से मुखिया पद पर अजीत कुमार, बेलगंज से मुखिया पद पर सोमू झा और नंदबारा से पूर्व जिला पार्षद राजकिशोर सिंह की मां शारदा देवी मुखिया बनी हैं. पंचायत समिति सदस्य पद पर पचटकी यदु से कुख्यात राकेश झा की मां विभा देवी निर्वाचित हुई हैं.

सुपौल: जिले के त्रिवेणीगंज जिला परिषद क्षेत्र संख्या 22 से आरजेडी के पूर्व छात्र जिलाध्यक्ष सह आरजेडी कार्यकर्ता प्रवेश प्रवीण ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी जयशंकर कुमार को भारी मतों से हराकर जिला परिषद क्षेत्र संख्या 22 से शानदार जीत हासिल की है. बता दें कि प्रवीण पहली बार जिला परिषद सदस्य पद पर निर्वाचित हुए हैं. वो क्षेत्र संख्या 22 से रिकॉर्ड 10,711 वोट हासिल करने में कामयाब हुए हैं.

पटना: जिले के फुलवारी प्रखंड की गोनपूरा पंचायत से सुधीर कुमार ने मुखिया पद के लिए चुनाव जीता. वहीं, मैनपुर अंडा से सुनील कुमार, रामपुर फरीदपुर से नीरज कुमार, कोरियावां से देवंती देवी, सोरमपुर से मंजू देवी को मुखिया पद पर जीत मिली. साथ ही भूसौला दानापुर से नमिता देवी मुखिया बनीं. जहां फुलवारी प्रखंड की छह पंचायतों में से पांच की वर्तमान मुखिया की हार हुई. पटना जिले के फुलवारी शरीफ प्रखंड में पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान मुखिया के जीत के जश्न के दौरान साले की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. वहीं, दूसरी तरफ नरकटिया विधयाक डॉ. शमीम अहमद के भाई पूर्वी चंपारण के छौड़ादानों की खैरवा पंचयात से मुखिया का चुनाव जीत गए.

शिवहर: शिवहर जिले में भोजपुरी एक्‍ट्रेस अर्चना सिंह चुनाव हार गईं. वहीं, शिवहर के चमनपुर पंचायत से मुखिया पद पर पूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह ने जीत हासिल की है. बता दें कि ये वही अजय कुमार सिंह हैं, जिनके नामांकन के बाद आयोजित भोज में चावल और मछली खाने से करीब 250 लोग बीमार पड़े थे. दूसरी तरफ सरसौला पंचायत से रंजू देवी के जीत दर्ज करने के बाद वहां दोबारा मतगणना की जा रही है.

शेखपुरा: जिले में जिला परिषद के चुनाव में चेवाड़ा से मुखिया पद के लिए पंकज कुमार ने जीत दर्ज की. वहीं, पटना की नोहसा पंचायत से मुखिया पद के लिए गुलाफ्शा परवीन चुनाव जीतीं. साथ ही बांका के परमानन्दपुर प्रखंड से जगरनाथ साह मुखिया पद पर जीते.

बेगूसराय: जिला परिषद क्षेत्र संख्या 26 से पुष्पा कुमारी मुखिया बनीं. वहां निवर्तमान जिला परिषद चेयरमैन रविंद्र चौधरी पंचायत चुनाव हार गए. जहां जिला परिषद क्षेत्र संख्या 27 से डिंपल कुमारी ने मुखिया पद पर जीत हासिल की.

कैमूर: जिले के भगवानपुर प्रखंड की मतगणना में जिप सीट पर समदेइया देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी विद्यावती देवी को 10,472 मतों से हराया. नालंदा की दरुआरा पंचायत से सोनू सुल्तान मुखिया बने. जहां नदिऔना से विष्णुदेव पासवान चुनाव जीते. डोइया पंचायत से रवि राम ने अपने नाम मुखिया पद किया, तो चंडासी पंचायत से अनु सिंह ने चुनाव में मुखिया पद अपने नाम किया.

दरभंगा: जिले के जाले और केवटी प्रखंड में मतगणना जारी है. 7वें चरण में यहां 15 नवंबर को मतदान हुआ था. जाले की कुल 21 पंचायतों में 662 पद और केवटी की कुल 26 पंचायतों में 802 पद पर प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आज हो रहा है. बाजार समिति मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी है.

सीतामढ़ी: सुरसंड प्रखंड के कड़वाना पंचायत से मुखिया पद के उम्मीदवार कौशल किशोर विजयी. बैरगनिया बेलगंज से मुखिया पद पर सोमू झा व नन्दबारा से पूर्व जिला पार्षद राजकिशोर सिंह की मां शारदा देवी मुखिया पद पर निर्वाचित हो गए हैं. पंचायत समिति सदस्य पद पर पचटकी यदु से स्वर्गीय राकेश झा की मां विभा देवी निर्वाचित हुई हैं. बैरगनिया प्रखंड के मूसाचंक पंचायत मुखिया पद पर 76 वोट से दीनबंधु प्रसाद जीते. सुरसंड प्रखंड के कुम्मा पंचायत से मुखिया पद के उम्मीदवार रुबैदा खातून विजयी.

मतगणना को लेकर जिला मुख्यालय में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. परसौनी प्रखंड, सुरसंड प्रखंड और बैरगनिया प्रखंड में सुबह 8 बजे से मतगणना चल रही है. एमपी हाई स्कूल और गोसाईपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में वोटों की गिनती हो रही है.

गया: जिले के टनकुप्पा प्रखंड के उतलीबारा पंचायत से कंचन देवी मुखिया पद के लिए 712 मतों से जीती. टनकुप्पा प्रखंड के बरसौना पंचायत से सुमित्रा देवी मुखिया पद से जीती.

गोपालगंज: कुचायकोट प्रखंड की 31 पंचायतों में 811 पदों के लिए मतगणना जारी है. 16 मतगणना टेबलों पर काउंटिंग हो रही है. यहां 15 नवंबर को वोटिंग हुई थी.

मुजफ्फरपुर: कड़ी सुरक्षा के बीच सातवें चरण के मतदान की मतगणना जारी है.

सहरसा: महारस पंचायत से मुखिया पद पर सुमन देवी विजयी.
घौरदौर पंचायत से मुखिया पद पर मुकेश शर्मा विजयी
जिला स्कूल में कड़ी सुरक्षा के बीच सोनबरसा प्रखण्ड क्षेत्र के 19 पंचायतों के 261 मतदान केंद्रों की मतगणना जारी. सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम.

शिवहर : शिवहर प्रखंड के पंचायतों के चुनाव परिणाम आने हुए शुरू
माली पोखर भिंडा पंचायत से मुखिया पद से उमेश नारायण शाह विजयी हुए.
सुगिया कटसरी पंचायत से मुखिया पद से मोहम्मद आफताब आलम विजयी हुए.
जिला परिषद क्षेत्र संख्या 03 से मोहम्मद तमामुदींन विजयी घोषित हुए.
कड़ी सुरक्षा के बीच नवाब हाईस्कूल में शिवहर प्रखंड के पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू

ये भी पढ़ें- बिहार पंचायत चुनाव के 7वें चरण का मतदान संपन्न, यहां जानें पूरी डिटेल

15 नवंबर को 37 जिलों के 63 प्रखंडों के 903 पंचायतों में मतदान हुआ था. कुल 12,788 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए थे. सातवें चरण में कुल 1,01,984 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनमें 47,714 पुरुष और 54,270 महिला प्रत्याशी शामिल हैं.

सातवें चरण में 3389 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 134 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच पद पर 3249, पंचायत समिति सदस्य 5, ग्राम कचहरी सरपंच पद पर 1 प्रत्याशी शामिल हैं. सातवें चरण में कुल 217 पदों पर किसी भी प्रत्याशी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया, जिसके कारण उक्त 217 पद रिक्त रह गये हैं, जिसमें 10 पद ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए और 207 पद ग्राम कचहरी पंच पद के लिए शामिल हैं.

सातवें चरण में पदों की कुल संख्या 27,730 है, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद 12,272, ग्राम पंचायत मुखिया पद 904, पंचायत समिति सदस्य पद 1,243, जिला परिषद सदस्य पद 136, ग्राम कचहरी सरपंच पद 904 और ग्राम कचहरी पंच पद 12,272 पद निर्धारित हैं.

ये भी पढ़ें- क्या है OCR तकनीक जिसका काउंटिंग में इस्तेमाल कर रहा निर्वाचन आयोग, इस पर क्यों बढ़ रहा भरोसा?

इसके साथ ही सातवें चरण में कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के अंतर्गत पहाड़िया पंचायत के मुखिया प्रत्याशी कविता देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान प्रक्रिया निरस्त कर दी गई. वहीं, पूर्वी चंपारण के मेहसी प्रखंड के उझिलपुर पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या तीन पर मुखिया प्रत्याशी रामदयाल साहनी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. पूर्णिया जिले के कस्बा प्रखंड के सझेलि पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रहे मोहम्मद सोहराब की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान नहीं हुआ.

पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ प्रखंड के इनरवा पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 7 पर पंचायत समिति सदस्य पद के सीमा देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड के सोन्धो दूल्ह के वार्ड संख्या 9 पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रही समीना खातून की मृत्यु हो जाने के कारण चुनाव रद्द हो गया. सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 102 पर पंचायत समिति सदस्य पद पर अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया.

ये भी पढ़ें- प्रशासन के सख्त निर्देश- 'शराब बांटने वाले प्रत्याशियों पर होगी कड़ी कार्रवाई'

साथ ही जिले के जलालपुर प्रखंड के रेवारी पंचायत के मतदान केंद्र संख्या 117 और 118 पर भी पंचायत समिति सदस्य पद हेतु अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया, इन तमाम जगह पर फिर से पुनः मतदान कराए जाएंगे.

सातवें चरण में बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं होने के कारण लगभग 18,00,032 मतदाताओं को मत देने से रोका गया. कुल मिलाकर देखा जाए तो निर्वाचन आयोग इस बार पंचायत चुनाव को काफी हाईटेक कर रखा है. मतदान प्रक्रिया से लेकर के मतगणना की प्रक्रिया में नए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके मतदान और मतगणना कराया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप बोगस वोटर पर नकेल भी कसा जा रहा है.

मतगणना में ओसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ईवीएम से कनेक्ट कर मतगणना कराई जा रही है, जिससे कि किस बूथ पर किस प्रत्याशी को कितना मत प्राप्त हुआ, यह डाटा राज्य निर्वाचन आयोग के पास मौजूद है, जिससे कि किसी भी प्रत्याशी की अगर कोई भी शिकायत निर्वाचन आयोग के पास पहुंचती है तो निर्वाचन आयोग अपने स्तर से उस समस्या को देखकर निदान कर सकता है.

पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के सातवें चरण की मतगणना (7th Phase Counting) 37 जिलों में हो रही है. राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) और जिला प्रशासन की तरफ से मतगणना को लेकर पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं.

LIVE UPDATE:

सीतामढ़ी: जिले के बैरगनिया प्रखंड की मुसाचक पंचायत के नतीजे सामने आ गए हैं. मुखिया पद पर दीनबंधु प्रसाद ने बीजेपी विधायक पवन जायसवाल की बहन सुधा देवी को 76 मतों से हरा दिया है. इससे पहले विधायक की भाभी गायत्री जायसवाल फुलवरिया पंचायत से चुनाव हार चुकी हैं.

वहीं, पचटकी यदु से मुखिया पद पर अजीत कुमार, बेलगंज से मुखिया पद पर सोमू झा और नंदबारा से पूर्व जिला पार्षद राजकिशोर सिंह की मां शारदा देवी मुखिया बनी हैं. पंचायत समिति सदस्य पद पर पचटकी यदु से कुख्यात राकेश झा की मां विभा देवी निर्वाचित हुई हैं.

सुपौल: जिले के त्रिवेणीगंज जिला परिषद क्षेत्र संख्या 22 से आरजेडी के पूर्व छात्र जिलाध्यक्ष सह आरजेडी कार्यकर्ता प्रवेश प्रवीण ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी जयशंकर कुमार को भारी मतों से हराकर जिला परिषद क्षेत्र संख्या 22 से शानदार जीत हासिल की है. बता दें कि प्रवीण पहली बार जिला परिषद सदस्य पद पर निर्वाचित हुए हैं. वो क्षेत्र संख्या 22 से रिकॉर्ड 10,711 वोट हासिल करने में कामयाब हुए हैं.

पटना: जिले के फुलवारी प्रखंड की गोनपूरा पंचायत से सुधीर कुमार ने मुखिया पद के लिए चुनाव जीता. वहीं, मैनपुर अंडा से सुनील कुमार, रामपुर फरीदपुर से नीरज कुमार, कोरियावां से देवंती देवी, सोरमपुर से मंजू देवी को मुखिया पद पर जीत मिली. साथ ही भूसौला दानापुर से नमिता देवी मुखिया बनीं. जहां फुलवारी प्रखंड की छह पंचायतों में से पांच की वर्तमान मुखिया की हार हुई. पटना जिले के फुलवारी शरीफ प्रखंड में पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान मुखिया के जीत के जश्न के दौरान साले की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. वहीं, दूसरी तरफ नरकटिया विधयाक डॉ. शमीम अहमद के भाई पूर्वी चंपारण के छौड़ादानों की खैरवा पंचयात से मुखिया का चुनाव जीत गए.

शिवहर: शिवहर जिले में भोजपुरी एक्‍ट्रेस अर्चना सिंह चुनाव हार गईं. वहीं, शिवहर के चमनपुर पंचायत से मुखिया पद पर पूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह ने जीत हासिल की है. बता दें कि ये वही अजय कुमार सिंह हैं, जिनके नामांकन के बाद आयोजित भोज में चावल और मछली खाने से करीब 250 लोग बीमार पड़े थे. दूसरी तरफ सरसौला पंचायत से रंजू देवी के जीत दर्ज करने के बाद वहां दोबारा मतगणना की जा रही है.

शेखपुरा: जिले में जिला परिषद के चुनाव में चेवाड़ा से मुखिया पद के लिए पंकज कुमार ने जीत दर्ज की. वहीं, पटना की नोहसा पंचायत से मुखिया पद के लिए गुलाफ्शा परवीन चुनाव जीतीं. साथ ही बांका के परमानन्दपुर प्रखंड से जगरनाथ साह मुखिया पद पर जीते.

बेगूसराय: जिला परिषद क्षेत्र संख्या 26 से पुष्पा कुमारी मुखिया बनीं. वहां निवर्तमान जिला परिषद चेयरमैन रविंद्र चौधरी पंचायत चुनाव हार गए. जहां जिला परिषद क्षेत्र संख्या 27 से डिंपल कुमारी ने मुखिया पद पर जीत हासिल की.

कैमूर: जिले के भगवानपुर प्रखंड की मतगणना में जिप सीट पर समदेइया देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी विद्यावती देवी को 10,472 मतों से हराया. नालंदा की दरुआरा पंचायत से सोनू सुल्तान मुखिया बने. जहां नदिऔना से विष्णुदेव पासवान चुनाव जीते. डोइया पंचायत से रवि राम ने अपने नाम मुखिया पद किया, तो चंडासी पंचायत से अनु सिंह ने चुनाव में मुखिया पद अपने नाम किया.

दरभंगा: जिले के जाले और केवटी प्रखंड में मतगणना जारी है. 7वें चरण में यहां 15 नवंबर को मतदान हुआ था. जाले की कुल 21 पंचायतों में 662 पद और केवटी की कुल 26 पंचायतों में 802 पद पर प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला आज हो रहा है. बाजार समिति मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी है.

सीतामढ़ी: सुरसंड प्रखंड के कड़वाना पंचायत से मुखिया पद के उम्मीदवार कौशल किशोर विजयी. बैरगनिया बेलगंज से मुखिया पद पर सोमू झा व नन्दबारा से पूर्व जिला पार्षद राजकिशोर सिंह की मां शारदा देवी मुखिया पद पर निर्वाचित हो गए हैं. पंचायत समिति सदस्य पद पर पचटकी यदु से स्वर्गीय राकेश झा की मां विभा देवी निर्वाचित हुई हैं. बैरगनिया प्रखंड के मूसाचंक पंचायत मुखिया पद पर 76 वोट से दीनबंधु प्रसाद जीते. सुरसंड प्रखंड के कुम्मा पंचायत से मुखिया पद के उम्मीदवार रुबैदा खातून विजयी.

मतगणना को लेकर जिला मुख्यालय में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. परसौनी प्रखंड, सुरसंड प्रखंड और बैरगनिया प्रखंड में सुबह 8 बजे से मतगणना चल रही है. एमपी हाई स्कूल और गोसाईपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में वोटों की गिनती हो रही है.

गया: जिले के टनकुप्पा प्रखंड के उतलीबारा पंचायत से कंचन देवी मुखिया पद के लिए 712 मतों से जीती. टनकुप्पा प्रखंड के बरसौना पंचायत से सुमित्रा देवी मुखिया पद से जीती.

गोपालगंज: कुचायकोट प्रखंड की 31 पंचायतों में 811 पदों के लिए मतगणना जारी है. 16 मतगणना टेबलों पर काउंटिंग हो रही है. यहां 15 नवंबर को वोटिंग हुई थी.

मुजफ्फरपुर: कड़ी सुरक्षा के बीच सातवें चरण के मतदान की मतगणना जारी है.

सहरसा: महारस पंचायत से मुखिया पद पर सुमन देवी विजयी.
घौरदौर पंचायत से मुखिया पद पर मुकेश शर्मा विजयी
जिला स्कूल में कड़ी सुरक्षा के बीच सोनबरसा प्रखण्ड क्षेत्र के 19 पंचायतों के 261 मतदान केंद्रों की मतगणना जारी. सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम.

शिवहर : शिवहर प्रखंड के पंचायतों के चुनाव परिणाम आने हुए शुरू
माली पोखर भिंडा पंचायत से मुखिया पद से उमेश नारायण शाह विजयी हुए.
सुगिया कटसरी पंचायत से मुखिया पद से मोहम्मद आफताब आलम विजयी हुए.
जिला परिषद क्षेत्र संख्या 03 से मोहम्मद तमामुदींन विजयी घोषित हुए.
कड़ी सुरक्षा के बीच नवाब हाईस्कूल में शिवहर प्रखंड के पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू

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15 नवंबर को 37 जिलों के 63 प्रखंडों के 903 पंचायतों में मतदान हुआ था. कुल 12,788 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए थे. सातवें चरण में कुल 1,01,984 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनमें 47,714 पुरुष और 54,270 महिला प्रत्याशी शामिल हैं.

सातवें चरण में 3389 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 134 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच पद पर 3249, पंचायत समिति सदस्य 5, ग्राम कचहरी सरपंच पद पर 1 प्रत्याशी शामिल हैं. सातवें चरण में कुल 217 पदों पर किसी भी प्रत्याशी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया, जिसके कारण उक्त 217 पद रिक्त रह गये हैं, जिसमें 10 पद ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए और 207 पद ग्राम कचहरी पंच पद के लिए शामिल हैं.

सातवें चरण में पदों की कुल संख्या 27,730 है, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद 12,272, ग्राम पंचायत मुखिया पद 904, पंचायत समिति सदस्य पद 1,243, जिला परिषद सदस्य पद 136, ग्राम कचहरी सरपंच पद 904 और ग्राम कचहरी पंच पद 12,272 पद निर्धारित हैं.

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इसके साथ ही सातवें चरण में कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के अंतर्गत पहाड़िया पंचायत के मुखिया प्रत्याशी कविता देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान प्रक्रिया निरस्त कर दी गई. वहीं, पूर्वी चंपारण के मेहसी प्रखंड के उझिलपुर पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या तीन पर मुखिया प्रत्याशी रामदयाल साहनी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. पूर्णिया जिले के कस्बा प्रखंड के सझेलि पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रहे मोहम्मद सोहराब की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान नहीं हुआ.

पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ प्रखंड के इनरवा पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 7 पर पंचायत समिति सदस्य पद के सीमा देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड के सोन्धो दूल्ह के वार्ड संख्या 9 पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रही समीना खातून की मृत्यु हो जाने के कारण चुनाव रद्द हो गया. सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 102 पर पंचायत समिति सदस्य पद पर अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया.

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साथ ही जिले के जलालपुर प्रखंड के रेवारी पंचायत के मतदान केंद्र संख्या 117 और 118 पर भी पंचायत समिति सदस्य पद हेतु अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया, इन तमाम जगह पर फिर से पुनः मतदान कराए जाएंगे.

सातवें चरण में बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं होने के कारण लगभग 18,00,032 मतदाताओं को मत देने से रोका गया. कुल मिलाकर देखा जाए तो निर्वाचन आयोग इस बार पंचायत चुनाव को काफी हाईटेक कर रखा है. मतदान प्रक्रिया से लेकर के मतगणना की प्रक्रिया में नए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके मतदान और मतगणना कराया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप बोगस वोटर पर नकेल भी कसा जा रहा है.

मतगणना में ओसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ईवीएम से कनेक्ट कर मतगणना कराई जा रही है, जिससे कि किस बूथ पर किस प्रत्याशी को कितना मत प्राप्त हुआ, यह डाटा राज्य निर्वाचन आयोग के पास मौजूद है, जिससे कि किसी भी प्रत्याशी की अगर कोई भी शिकायत निर्वाचन आयोग के पास पहुंचती है तो निर्वाचन आयोग अपने स्तर से उस समस्या को देखकर निदान कर सकता है.

Last Updated : Nov 17, 2021, 4:52 PM IST
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