पटना: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने 27 सितंबर यानी सोमवार को देशव्यापी भारत बंद (Bharat Band) का ऐलान किया है. इसका असर बिहार में भी दिखने की संभावना है. इस बंद को सूबे की विपक्षी पार्टियों ने समर्थन दिया है. जिसे लेकर प्रदेश में सिसायत भी शुरू हो गई है. अब इस पर मंत्री जनक राम ने (Janak Ram) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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खान व भूतत्व मंत्री जनक राम ने कहा है कि बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना मत सरकार बनाने के लिए दिया है. विपक्ष को विपक्ष में रहने के लिए वोटिंग किया है. लेकिन विपक्ष अनर्गल मुद्दे पर प्रलाप करती है. कृषि कानून को लेकर जिस तरह बंद करने की बात सामने आ रही है उससे स्पष्ट है कि इनके पास कोई मुद्दा नही है. सिर्फ कृषि कानून की बात करते हैं
उन्होंने कहा कि बिहार के किसानों ने कभी भी नए कृषि कानून का विरोध करने में विपक्ष का साथ नहीं दिया और इस बार भी वहीं दिखेगा. जनक राम ने दावा किया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार किसान के कल्याण का काम कर रहे हैं. नए कृषि कानून से कहीं न कहीं किसानों को काफी फायदा है. ये बात किसान अब भली-भांति जानने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि भारत बंद का आह्वान तमाम विपक्षी पार्टियों और किसान संगठन ने 27 सितंबर यानि सोमवार को किया है. उसका असर कहीं नहीं दिखेगा, क्योंकि उनके साथ इस बार किसान नहीं आएंगे. किसानों ने समझ लिया है कि नए कृषि कानून से उनको क्या फायदा मिल रहा है. विपक्ष का इस बंद में बिहार का साथ नहीं मिलने वाला है.
बता दें कि नए कृषि कानून को लेकर फिर से एक बार विपक्षी पार्टियां सोमवार को किसान संगठन द्वारा आहूत भारत बंद का समर्थन किया है. बिहार की सभी विपक्षी पार्टी सड़क पर उतरकर नए कृषि कानून का विरोध करेगी.
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