पटना: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' युवा संगम फेज-2 कार्यक्रम के तहत एनआईटी त्रिची, तमिलनाडु द्वारा भेजे गए छात्र-छात्राओं से राजभवन के दरबार हॉल में संवाद किया. इस दौरान उन्होंने सभी बच्चों के जिज्ञासा का समाधान किया. तमिलनाडु के छात्र-छात्राओं द्वारा राज्यपाल से बिहार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस राज्य के लोग काफी अच्छे, व्यवहार कुशल, दूसरों का सम्मान करनेवाले और परिश्रमी हैं. बिहार के लोगों के लिए काम ही पूजा है. यहां के लोगों से मिलकर और उनसे बातचीत करके ही बिहार को ठीक ढंग से जाना और समझा जा सकता है.
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एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम फेज 2 कार्यक्रम: संवाद के क्रम में राज्यपाल ने कहा कि वह बिहारवासियों को कुछ देने अथवा उन्हें समझाने नहीं आए हैं, बल्कि वह उनके मित्र हैं और उन्हें सहयोग करना चाहते हैं. राज्य के विकास के लिए आपस में मिलकर काम करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि- ''साथ आना शुरुआत है, साथ रहना प्रगति है और साथ काम करना सफलता है."
बिहार को लेकर क्या बोले तमिलनाडु के छात्र?: राज्यपाल ने बच्चों को अच्छा व्यक्ति बनने की सलाह देते हुए कहा कि एक अच्छा इंसान हमेशा बढ़िया और समाजपयोगी कार्य करता है, चाहे वह किसी भी पेशे से संबंध रखता हो. उन्होंने बच्चों को किताबें पढ़ने की सलाह देते हुए कहा कि पुस्तकें हमारे मित्र और मार्गदर्शक हैं. छात्र-छात्राओं ने बिहार भ्रमण के अपने अनुभवों को राज्यपाल के साथ साझा करते हुए बताया कि इस राज्य के लोग काफी मिलनसार और सहयोगी प्रवृत्ति वाले हैं. वे यहां के आतिथ्य से काफी प्रसन्न और प्रभावित हैं. राज्यपाल ने उनसे तमिलनाडु जाकर वहां के लोगों से बिहार की अनूठी संस्कृति और अच्छाइयों और यहां की मधुर स्मृतियों को साझा करने को कहा.