पटना: बिहार में जब सड़कें अच्छी बनी तो सड़क हादसे अचानक तेजी से बढ़ गये. पिछले कुछ साल के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में हर साल करीब 7000 लोगों की मौत सड़क हादसे में हो जाती है. इसे देखते हुए हादसों में कमी लाने को लेकर बिहार सरकार ( Bihar Government ) मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग ( Motor Driving school ) स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है. नौसिखिया वाहन चालक हादसों का कारण न बनें इसके लिए परिवहन विभाग बड़ी तैयारी कर रही है. ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के जरिए सड़क पर उतरने से पहले ड्राइवर को पर्याप्त ट्रेनिंग दी जाएगी.
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7 हजार लोगों की हर साल मौत
बिहार में कभी सड़क ढूंढने से भी नहीं मिलती थी लेकिन जब से सड़कों के मामले में राज्य बेहतर स्थिति में पहुंचा तब से दुर्घटनाएं बेतहाशा बढ़ गई. पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में सड़क हादसों में हर साल करीब 14000 से भी ज्यादा लोग हताहत हो रहे हैं. इनमें से आधे से ज्यादा लोगों की जान चली जाती है. दुर्घटनाएं कम करने के लिए बिहार का परिवहन विभाग कई प्रयास कर रहा है.
सड़क हादसों में कमी को लेकर परिवहन विभाग का जागरुकता अभियान :-
- गाड़ियों के फिटनेस की जांच
- दो पहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट लगाने पर जोर
- कार और अन्य चार पहिया वाहनों के लिए सीट बेल्ट की जांच
- एक्सीडेंट प्रोन एरिया और ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करना
- ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के जरिए सड़क पर उतरने से पहले ड्राइवर को पर्याप्त ट्रेनिंग देना
- सड़क हादसे में मदद करनेवाले का सम्मान
76 ट्रेनिंग स्कूल से कम होंगे सड़क हादसे
बिहार में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और नौसिखिया वाहन चालकों को पहले से ही कुशल प्रशिक्षण देने के लिए राज्य के सभी 38 जिलों में कुल 76 मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोले जाएंगे. पटना के फुलवारीशरीफ में राज्य पथ परिवहन निगम के नवनिर्मित कैंपस में भी ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल बन रहा है. परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोलने के लिए जहानाबाद कटिहार रोहतास और कैमूर में सिविल वर्क चल रहा है.
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ट्रेनिंग स्कूल के लिए दो एकड़ भूमि जरुरी
जिलों में इसके निर्माण के लिए कम से कम 2 एकड़ भूमि जरूरी है. मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोलने के लिए अनुदान के रूप में कुल राशि का 50% या अधिकतम ₹20 लाख छह चरणों में मिलेगा. ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में ट्रैक पर ट्रेनिंग देने के साथ ही सिमुलेटर आधारित ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
'38 जिलों के लिए 61 ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन इसके महत्व और जिलों में इसके प्रति बढ़ती रूचि को देखते हुए ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों के लक्ष्य को 61 से बढ़ाकर 76 कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल बिहार में सड़क हादसों को न्यूनतम स्तर पर लाने में बड़ी भूमिका निभाएगा.' :- संजय कुमार अग्रवाल, परिवहन सचिव
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