पटना: केंद्र सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाकर प्रवासी लोगों को वापस जाने को लेकर मंजूरी दी है. बिहार सरकार ने भी इसको लेकर अपनी हरी झंडी दिखा दी है. इस मामले पर सियासत भी शुरू हो चुकी है. राजद प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार सरकार मजदूरों को वापस लाने के पक्ष में नहीं थी. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के दबाव में नीतीश सरकार ने अपना रूख बदला.
'प्रवासी बिहारियों सकुशल पहुंचाया जाएं घर'
लॉकडाउन बढ़ाए जाने को लेकर राजद नेता ने कहा कि बिना किसी रोडमैप के लॉकडाउन बढ़ाने से किसी का भला नहीं होने वाला है. जो लोग रोज कमा कर खाते हैं. उनके लिए सरकार को सोचना चाहिए. सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए की किसी को कोई परेशानी ना हो. बता दें कि पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सड़क मार्ग से प्रवासियों को जाने की अनुमति दी थी. इसके बाद बिहार सरकार समेत कई अन्य प्रदेशों की सरकार ने अपने हाथ खड़ा कर दिया था.
केवल स्वस्थ लोगों को मिल रही यात्रा की अनुमति
गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के मौके पर सरकार ने 'श्रमिक विशेष ट्रेनें' शुरू करने का निर्णय लिया है. ये ट्रेन लॉकडाउन मे फंसे हुए लोगों को उनके गंतव्यय स्थान तक पहुंचाएगी. रेलवे के अनुसार ये विशेष ट्रेने राज्य सरकारों के अनुरोध पर तय किये गए हैं. इन ट्रेनों में सवार होने से पहले यात्रियों की हेल्थ जांच की जा रही है. केवल स्वस्थ यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति दी जा रही है.