पटना: बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Finance Minister Tarkishore Prasad) ने 2 लाख 37 हजार 691.19 करोड़ रुपए का बजट पेश किया. वहीं कुल राजस्व की प्राप्ति 1 लाख 96 हजार 704.51 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें राज्य सरकार का राजस्व 47 हजार 522.62 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है. वहीं बिहार बजट में राजकोषीय घाटा 25 हजार 885.10 करोड रुपए का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले वर्ष 76 हजार 838.07 करोड़ से काफी कम है.
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2022-23 के बजट की मुख्य बातें-
- बजट का आकार- 237691.19 करोड़ रुपए.
- योजना मध्य में बजट की राशि- 100000 करोड़ रुपए.
- स्थापना एवं प्रतिबंध की राशि- 137460.94 करोड रुपए.
- कुल पूंजीगत- 45734.52 करोड रुपए.
- कुल राजस्व प्राप्ति- 196704.51 करोड़ रुपए.
- राज्य सरकार का राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य- 47522.62 करोड रुपए.
- संघीय करों में राज्य का हिस्सा- 91180.60 करोड़.
- केंद्र से प्राप्त सहायक अनुदान- 580001.29 करोड़ रुपए.
- राजस्व व्यय- 191956.67 करोड़ रुपए.
- राजस्व बचत- 4747.84 करोड़ रुपए.
- पूंजीगत प्राप्ति-41187.43 करोड़ रुपए.
- पूंजीगत व्यय- 45734.52 करोड़ रुपये.
- कुल प्राप्ति- 237891.94 करोड़ रुपए.
- कुल व्यय-237691.19 करोड रुपए.
- राजकोषीय घाटा-25885.10 करोड़ रुपए.
वित्तीय वर्ष 2022-23 में वेतन, पेंशन, ब्याज भुगतान और ऋण वापसी पर कुल 120015.36 करोड रुपए व्यय करने का प्रावधान रखा गया है. जिसमें वेतन पर 32528.54 करोड़ रुपए है. वहीं प्राथमिक से लेकर विश्वविद्यालय के शिक्षकों कर्मचारियों और अन्य कर्मियों के लिए वेतन भुगतान पर 28864.82 करोड़ रुपए और संविदा कर्मियों के वेतन के लिए 4394.5 करोड़ रुपया. पेंशन के लिए 24252.29 करोड़ रुपए. ब्याज भुगतान के लिए 16305.03 करोड़ रुपए और ऋण वापसी पर 14670.03 करोड़ रुपए व्यय अनुमानित है.
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