पटना: कोरोना महामारी का असर इस बार ईद पर देखने को मिल रहा है. इसी कारण से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद में जाकर नमाज अदा नहीं की. वहीं, ईद को लेकर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने राज्य सहित देश के सभी मुस्लिम भाईयों को ईद की मुबारकबाद दी और घर पर ही परिवार के साथ ईद मनाने की अपील की.
बता दें कि रमजान में पूरे एक महीने तक मुस्लमान लोग रोजा रखते हैं, हरेक दिन 5 बार नमाज अदा करते हैं. मस्जिद जाकर खुदा के पास इबादत करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण और सरकार के आदेश के बाद ऐसा नहीं किया जा सका. वहीं, जुमे की आखिरी नमाज को भी मस्जिदों में लोग नहीं पहुंचे. लोगों ने लॉकडाउन का पालन किया और घरों में ही रहकर इस कोरोना महामारी से छुटकारे के लिए दुआ मांगी, लेकिन ईद के दिन भी लोगों से मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए नहीं जाने की अपील की.
कोरोना महामारी के कारण एहतियात बरतना जरूरी-डीजीपी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने ईद को लेकर कहा कि ईद की नमाज अदा करना मुस्लमानों का फर्ज ही नहीं बल्कि वाजिब है, लेकिन इस कोरोना महामारी के कारण एहतियात बरतना भी जरूरी है. कोरोना के कारण और सरकारी आदेश के तहत सामूहिक नमाज पर रोक लगाई गई है. जिस वजह से मुस्लिम समाज के सभी उलेमाओं ने फतवा जारी किया है कि इस बार की ईद की नमाज अपने घरों में ही पढ़ी जाएगी.
अगले साल धूम-धाम से ईद मनाने का आश्वासन
हालांकि ये बहुत दुख की बात है कि इस बार की नमाज सामूहिक रूप से नहीं होगी. करोना महामारी की मार पूरी दुनिया झेल रहा है. वहीं, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बिहार समेत देश के सभी मुसलमानों को आश्वासन देते हुए कहा कि अगले साल की ईद की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी जाएगी और ईद भी धूमधाम से मनाई जाएगी.
'घरों पर ही परिवार के साथ ईद मनाने की अपील'
इसके साथ ही डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति चोरी चुपके 50 या 100 की संख्या में मस्जिदों में जाकर नमाज पढ़ लेगें तो वो जायज नहीं होगा. इसलिए ईद के अवसर पर हम सभी लोगों से अपील करते है कि किसी के बहकावे में ना आएं. कोरोना मानवता का शत्रु है. यह किसी जात, धर्म और मजहब को नहीं पहचानता है. इसी कारण से जोश में आकर या भावुक होकर कहीं भीड़ इकट्ठा नहीं करें. अपने-अपने घरों पर ही परिवार के साथ ईद मनाएं.