पटना: बिहार में डेंगू की स्थिति भयावह होते जा रही है और डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. डेंगू के नए मामले 300 के पार जा रहे हैं. बीते 24 घंटे में प्रदेश में एक बार फिर लगातार दूसरे दिन डेंगू के 300 से अधिक नए मामले मिले हैं. कुल 363 नए मामले सामने आए हैं, जो इस वर्ष 1 दिन में सर्वाधिक है. इसमें अकेले पटना में ही 109 नए मामले मिले हैं.
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राजधानी में डेंगू के मामले 1000 के पार: पटना में अब डेंगू मरीजों की संख्या 1000 को पार कर गई है और यह बढ़कर 1025 हो गई है. इस वर्ष अब तक डेंगू के 3462 मामले सामने आए हैं, जिसमें अकेले सितंबर महीने में ही डेंगू के मामलों की संख्या 3187 रही है. वही डेंगू का असर भागलपुर में भी बना हुआ है. बीते 24 घंटे में भागलपुर में 47 नए मामले मिले हैं. इसके साथ ही सिवान, जमुई औरंगाबाद, सारण, मुंगेर जैसे प्रदेश के सभी जिलों में भी डेंगू के मामले देखने को मिल रहे हैं.
283 मरीजों का चल रहा अस्पताल में इलाज: प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एडमिट डेंगू मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. प्रदेश के 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में डेंगू के कुल 283 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है. इसमें अकेले भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 132 मरीज एडमिट हैं. वहीं पटना के चारों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 60 मरीजों का इलाज चल रहा है. पीएमसीएच में 16, आईजीआईएमएस में 16, एम्स में 18, और एनएमसीएच में 10 मरीज एडमिट हैं.
चिकित्सक ने लोगों से की अपील: डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए चिकित्सक लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास विभाग संयुक्त रूप से डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव पर विशेष बल दे रहा है. पटना में बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर मनोज कुमार सिन्हा ने लोगों से अपील किया है कि डेंगू से बचने के लिए अपने घर के आसपास कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें.
"अपने घर के आसपास कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें. डेंगू में शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसलिए शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए प्रचुर मात्रा में पानी पिए और इलेक्ट्रोलाइट का सेवन करें. घर से बाहर निकलें तो फुल स्लीव का कपड़ा पहन कर निकले और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. अभी 15 दिन डेंगू को लेकर काफी संवेदनशील है और 15 दिन के बाद डेंगू के मामले में कमी देखने को मिलेगी."- डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, वरिष्ठ चिकित्सक
2% मामलों में मरीजों को जाना पड़ रहा अस्पताल: वरिष्ठ चिकित्सक मनोज सिन्हा ने बताया कि डेंगू के लगभग 98 फीसदी मामले सामान्य पारासिटामोल और एहतियात से ठीक हो रहे हैं, जबकि 2% मामलों में मरीजों को अस्पताल जाना पड़ रहा है. डेंगू मरीजों के लिए जरूरी है कि वह घबराएं नहीं और आराम करें, वह जल्द स्वस्थ होंगे. इसके साथ ही डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स रिजर्व रखने का भी निर्देश दिया है.
बनाया गया है डेंगू नियंत्रण कक्ष: डेंगू के मामले बढ़ने पर राजधानी पटना में राज्य डेंगू नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जो 24 घंटे मरीजों की सहायता के लिए उपलब्ध है. डेंगू कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर 0612-2951964 स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया है. यहां एक कॉल पर लोग अस्पतालों में उपलब्ध बेड से लेकर ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.