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'जो शपथ ले रहे हैं शाम को 4-4 पैग लगाकर शराबबंदी का मखौल उड़ाएंगे'

बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए राज्य स्तर पर सरकारी कर्मचारियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली (Employees Took Oath For Prohibition). कांग्रेस ने मद्य निषेध दिवस पर ली गई शपथ को मखौल बताया और सरकार की जमकर आलोचना की. पढ़ें पूरी खबर

मद्य निषेध दिवस पर ली गई शपथ पर कांग्रेस का निशाना
मद्य निषेध दिवस पर ली गई शपथ पर कांग्रेस का निशाना
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Published : Nov 26, 2021, 6:58 PM IST

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून 2016 (Liquor Ban In Bihar) लागू होने के बाद भी जागरूकता के लिए मद्य निषेध दिवस पर सरकारी कर्मचारियों ने शराब नहीं पीने की शपथ (Oath for Prohibition in Bihar) ली. शराब नहीं पीने की शपथ पर कांग्रेस ने निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा है कि कानून लागू होने के बावजूद शराबबंदी पर शपथ एक मजाक भर रह गई है. नीतीश कुमार कुछ भी कर लें उनकी शराबबंदी फेल है और फेल रहेगा.

ये भी पढ़ें- मद्य निषेध दिवस पर CM नीतीश कुमार ने दिलाई शपथ, 'ना शराब पियेंगे और ना बिकने देंगे

'आज जो अफसर शराबबंदी की शपथ ले रहे हैं शाम होते ही 4-4 पैग लगाकर इसका मखौल उड़ाएंगे. अफसर जानते हैं कि उनपर कोई कार्रवाई नहीं होने वाली. जब तक नीतीश कुमार दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं करते तब तक बिहार में शराबबंदी सफल नहीं होने वाली'- असितनाथ तिवारी, कांग्रेस प्रवक्ता, बिहार

मद्य निषेध दिवस पर ली गई शपथ पर कांग्रेस का निशाना

बिहार कांग्रेस ने अफसरों और नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक बड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक वो मजाक उड़ाते रहेंगे (oath on prohibition is a joke ), आज जो अफसर शराबबंदी की शपथ ले रहे हैं वो शाम होते ही 4-4 पैग लगाकर इसका मखौल उड़ाएंगे. वो जानते हैं कि उनपर कोई कार्रवाई नहीं होने वाली.

कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने आरोप लगाया कि बिहार में सिर्फ गरीब लोग ही शराब नहीं पी रहे हैं, बल्कि बड़े अधिकारी और नेता भी गला तर कर रहे हैं. नीतीश कुमार सिर्फ शराबबंदी का जाप कर रहे हैं. अगर असल में शराबबंदी लागू करना है तो जनता को परेशान करने से कोई फायदा नहीं होगा. सरकार को चाहिए कि पहले शराब माफिया पर नकेल कसे फिर शराब बिहार में कैसे आ रही है उसपर ध्यान दें. जो दोषी अधिकारी हैं उसपर कार्रवाई करें. तब कांग्रेस पार्टी समझेगी कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी का मन बना लिया है.

बता दें कि मद्य निषेध दिवस पर CM नीतीश कुमार ने आज जागरुकता कार्यक्रम की शुरुआत की. बिहार में नशा मुक्ति के प्रति जागरुकता के लिए आज, 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है. इस उपलक्ष्य पर पटना के ज्ञान भवन में मुख्य कार्यक्रम हुआ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया.

शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री जागरुकता अभियान की भी शुरुआत की. उन्होंने नशामुक्ति की मुहिम में मद्यनिषेध प्रचार-प्रसार अभियान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने शराबबंदी (Liquor ban in Bihar) को लेकर 7 घंटे तक मैराथन समीक्षा की थी. उन्होंने शराबबंदी को सख्ती से लागू करने का निर्देश भी दिया था.

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पटना: बिहार में शराबबंदी कानून 2016 (Liquor Ban In Bihar) लागू होने के बाद भी जागरूकता के लिए मद्य निषेध दिवस पर सरकारी कर्मचारियों ने शराब नहीं पीने की शपथ (Oath for Prohibition in Bihar) ली. शराब नहीं पीने की शपथ पर कांग्रेस ने निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा है कि कानून लागू होने के बावजूद शराबबंदी पर शपथ एक मजाक भर रह गई है. नीतीश कुमार कुछ भी कर लें उनकी शराबबंदी फेल है और फेल रहेगा.

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'आज जो अफसर शराबबंदी की शपथ ले रहे हैं शाम होते ही 4-4 पैग लगाकर इसका मखौल उड़ाएंगे. अफसर जानते हैं कि उनपर कोई कार्रवाई नहीं होने वाली. जब तक नीतीश कुमार दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं करते तब तक बिहार में शराबबंदी सफल नहीं होने वाली'- असितनाथ तिवारी, कांग्रेस प्रवक्ता, बिहार

मद्य निषेध दिवस पर ली गई शपथ पर कांग्रेस का निशाना

बिहार कांग्रेस ने अफसरों और नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक बड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक वो मजाक उड़ाते रहेंगे (oath on prohibition is a joke ), आज जो अफसर शराबबंदी की शपथ ले रहे हैं वो शाम होते ही 4-4 पैग लगाकर इसका मखौल उड़ाएंगे. वो जानते हैं कि उनपर कोई कार्रवाई नहीं होने वाली.

कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने आरोप लगाया कि बिहार में सिर्फ गरीब लोग ही शराब नहीं पी रहे हैं, बल्कि बड़े अधिकारी और नेता भी गला तर कर रहे हैं. नीतीश कुमार सिर्फ शराबबंदी का जाप कर रहे हैं. अगर असल में शराबबंदी लागू करना है तो जनता को परेशान करने से कोई फायदा नहीं होगा. सरकार को चाहिए कि पहले शराब माफिया पर नकेल कसे फिर शराब बिहार में कैसे आ रही है उसपर ध्यान दें. जो दोषी अधिकारी हैं उसपर कार्रवाई करें. तब कांग्रेस पार्टी समझेगी कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी का मन बना लिया है.

बता दें कि मद्य निषेध दिवस पर CM नीतीश कुमार ने आज जागरुकता कार्यक्रम की शुरुआत की. बिहार में नशा मुक्ति के प्रति जागरुकता के लिए आज, 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है. इस उपलक्ष्य पर पटना के ज्ञान भवन में मुख्य कार्यक्रम हुआ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया.

शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री जागरुकता अभियान की भी शुरुआत की. उन्होंने नशामुक्ति की मुहिम में मद्यनिषेध प्रचार-प्रसार अभियान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने शराबबंदी (Liquor ban in Bihar) को लेकर 7 घंटे तक मैराथन समीक्षा की थी. उन्होंने शराबबंदी को सख्ती से लागू करने का निर्देश भी दिया था.

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