पटना: केंद्रीय बजट 2023 (Union Budget 2023) पेश होने पर व्यवसायियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह बजट परफेक्ट बजट है. हालांकि आमजन के लिए जो टैक्स 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख हो गया है, वह काफी अच्छा है. व्यवसायी ओपी सिंह ने बताया कि डाटा के हिसाब से अगर आप देखेंगे तो ज्यादातर 57% आम लोग टैक्स देते हैं, वो मिडिल क्लास के लोग हैं. इन लोगों को 2002 से ही कोई बेनीफिट नहीं दिया गया था जो लिमिट था, वही फिक्स था.
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'मिडिल क्लास के लोग ईमानदार टैक्स पेई हैं और यह सबसे ज्यादा दबे हुए थे. महंगाई बढ़ी, सब कुछ बढ़ा लेकिन ये पहली बार जो पांच से सात लाख हुआ है. यह काफी फायदेमंद है, मिडिल क्लास वालों के लिए. जो टैक्स का स्लैब घटाया गया है इससे सैलरीड क्लास वालों को काफी फायदा होगा.' - ओपी सिंह, व्यवसायी
'आम बजट ठीक है.' : व्यवसायी नरेश नंदन का कहना है कि इस बजट को अगर एक छोटे बजट में देखेंगे तो यह सही है. आज तक मिडिल क्लास को कोई नहीं पूछता था. लेकिन जो टैक्स में रियत दी गई है, वो बहुत ही अच्छी बता है. इंडिया एक विकासशील देश है. इस बजट में किसानों के लिए बहुत कुछ है. एमएसपी किसानों को मिलता है तो बहुत अच्छी बात होगी.
टैक्स स्लैब में बदलाव : गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में बड़ी घोषणा की है. नई घोषणा के अनुसार सात लाख रुपये तक आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा. बजट में टैक्स को लेकर बड़ी राहत दी गई है. 7 लाख तक कोई टैक्स नहीं देना पडे़गा. पहले इसकी सीमा 5 लाख रुपए की ही थी. 0 से 3 लाख तक कोई टैक्स नहीं है. 3 से 6 लाख की आय पर 5 फीसदी टैक्स है. 6 से 9 लाख रुपए तक 10 फीसदी टैक्स है. 9 से 12 लाख पर 15 फीसदी टैक्स लगाया गया है.