पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में पिछले दिनों राहुल सहनी नाम के एक युवक की बाइक सवार अपराधियों ने गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मौके से दो बदमाश को पकड़ा था और पुलिस के हवाले कर दिया था. अपराधियों के पास से पुलिस ने बाइक और हथियार बरामद किया था. राहुल हत्याकांड में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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क्या है मुजफ्फरपुर का राहुल हत्याकांड : हालांकि इस मामले में तूड़ तब पकड़ा जब मृतक के परिजन और स्थानीय लोगों ने मामले में बिहार सरकार के मंत्री इसराइल मंसूरी की संलिप्तता की बात उजागर की. स्थानीय लोगों का आरोप था पूरी घटना में मंत्री का हाथ है. जिसके बाद पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों ने जांच की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया था.
मंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ी बीजेपी: राहुल हत्याकांड में अब राजनीतिक रंग ले लिया है. पिछले दिनों बीजेपी ने राहुल हत्याकांड में बिहार सरकार के मंत्री इंसाइल मंसूरी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुजफ्फरपुर में धरना दिया था. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रशासन की मिलीभगत का आरोप लगाया. नेता प्रतिपक्ष ने मामले की जांच निष्पक्ष जांच की मांग की. साथ ही जिले के डीएम और आईजी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की.
मंत्री और प्रशासन की मिलीभगत का आरोप: वही पिछले दिनों पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि मामले में मंत्री को बचाया जा रहा है. पुलिस कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है. संजय जायसवाल ने कहा कि राहुल सहनी की हत्या के पीछे मंत्री का हाथ है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन पीड़ित परिवार से साइन लेकर गई है, लेकिन परिवार का कहना है कि उसे नहीं पता कि उन्होंने किस पेपर पर साइन किया. फिलहाल इस मामले में मंत्री इसराइल मंसूरी ने खुद को बेकसूर बताया है.
''इस घटना में मेरी भूमिका नहीं है. मैं चुनाव लड़कर यहां तक पहुंचा है. इलाके में मेरी छवि कैसी है, सभी जानते है. वारदात के बाद घटनास्थल को अपराधी को पकड़ा गया है. पुलिस जांच कर रही है. जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा. विपक्ष वेवजह हंगामा कर रही है.'' - इसराइल मंसूरी, मंत्री, बिहार सरकार