पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मैट्रिक परीक्षा 2023 में टॉपर छात्र-छात्राओं के लिए बिहार बोर्ड ने आगामी सत्र से निशुल्क इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कराने का निर्णय लिया है. इस बाबत बिहार बोर्ड ने शनिवार शाम आवेदन भी प्रकाशित कर दिया है. आवेदन के अनुसार जिन छात्र-छात्राओं ने न्यूनतम 90% अंक प्राप्त किए हैं, वह इस योजना के अंतर्गत अपनी रूचि के अनुसार इंजीनियरिंग अथवा मेडिकल के निशुल्क कोचिंग में अपना नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
कैसे करें आवेदन: आवेदन के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के ऑफिशियल वेबसाइट www.secondary.biharboardonline.com या www.biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन मोड में आवेदन कर सकते हैं. इस योजना के तहत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 8 लोगों की एक कमेटी भी गठित की है जिसमें फिजिक्स के विद्वान एचसी वर्मा और गणित के विद्वान के सी सिन्हा भी शामिल है.
इंजीनियरिंग और मेडिकल की निशुल्क कोचिंग: इस योजना के तहत 100 छात्रों और 100 छात्राओं का चयन किया जाएगा. जिसमें 50-50 की संख्या में इंजीनियरिंग और मेडिकल की निशुल्क कोचिंग कराई जाएगी. बिहार बोर्ड के अनुसार छात्राओं के लिए बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में निशुल्क आवासन के साथ-साथ स्कूल में दाखिले और निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था होगी. इसके साथ ही छात्रों के लिए पटना कॉलेजिएट स्कूल में व्यवस्था होगी. इस योजना के तहत छात्र छात्राओं को हॉस्टल में बेड के साथ टेबल कुर्सी बुक सेल्फ ताला चाबी युक्त एक अलमारी की व्यवस्था निशुल्क कराई जाएगी.
निशुल्क मिलेगा स्टडी मटेरियल: चयनित छात्र-छात्राओं को छात्रावास में सुबह का नाश्ता दोपहर का भोजन सायं कालीन अल्पाहार और रात्रि के भोजन की निशुल्क व्यवस्था रहेगी इसके साथ ही छात्र छात्राओं के लिए इंटरमीडिएट और मेडिकल अथवा इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए सभी प्रकार का स्टडी मैटेरियल निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. आनंद किशोर ने बताया कि इस योजना के लिए 8 सदस्यीय एडवाइजरी कमेटी का भी गठन कर दिया गया है. यह कमेटी बच्चों के लिए शिक्षक हायर करने के साथ-साथ उनका चार्जेस कितना होगा यह भी तय करेगी. यह कमेटी योजना के सुचारू और बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए सुझाव देगी.
"इस योजना के लिए 8 सदस्यीय एडवाइजरी कमेटी का भी गठन कर दिया गया है. यह कमेटी बच्चों के लिए शिक्षक हायर करने के साथ-साथ उनका चार्जेस कितना होगा यह भी तय करेगी. यह कमेटी योजना के सुचारू और बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए सुझाव देगी. इन मेधावी छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए कोचिंग देने के लिए बिहार बोर्ड शिक्षक हायर करेगा. इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति आवेदन आमंत्रित करेगा और जो शिक्षक पूर्व से इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कराने में लगे हुए हैं या जिनका अनुभव है उन्हीं में से शिक्षकों का चयन किया जाएगा. " -आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार बोर्ड
8 सदस्यीय टीम का गठन: उन्होंने यह भी बताया कि वह भी एक आईआईटियन है और वह भी बच्चों की मॉनिटरिंग करते रहेंगे और मौका मिलने पर समय-समय पर फिजिक्स अथवा मैथ की क्लासेज भी लेते रहेंगे. आईआईटी में जब वह पढ़ते थे तो वेकेशन के समय कई बच्चों को वहां फिजिक्स और मैथ पढ़ाया करते थे जिसमें कईयों ने आईआईटी क्वालीफाई भी किया. बोर्ड के कार्यों से समय मिलने पर बच्चों के बीच निशुल्क शिक्षा दान देंगे. गौरतलब है कि यह 8 सदस्यीय टीम में आईआईटी पटना के डायरेक्टर टी.एन सिंह, आईआईटी पटना के प्रोफेसर एचसी वर्मा, एन.ओ.यू वाइस चांसलर के.सी सिंहा, सुपर थर्टी आनंद कुमार, पटना साइंस कॉलेज के शंकर कुमार, आईआईटी पटना के प्रोफेसर प्रीतम कुमार, एम्स पटना के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ संजीव कुमार, कॉलेज ऑफ कॉमर्स के संतोष कुमार शामिल होंगे.
प्रतिदिन के सब्जेक्ट वाइज क्लासेज: बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने शनिवार को बताया कि इन मेधावी छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए कोचिंग देने के लिए बिहार बोर्ड शिक्षक हायर करेगा. इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति आवेदन आमंत्रित करेगा और जो शिक्षक पूर्व से इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कराने में लगे हुए हैं या जिनका अनुभव है उन्हीं में से शिक्षकों का चयन किया जाएगा. बाजार में जिस प्रकार इंजीनियरिंग और मेडिकल के प्राइवेट कोचिंग के लिए विभिन्न संस्थान शिक्षकों को फीस देते हैं उसी प्रकार के फीस की व्यवस्था होगी जो कॉन्ट्रैक्ट पर होगी अथवा प्रतिदिन के सब्जेक्ट वाइज क्लासेज के आधार पर होगी. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अभी बच्चों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं और जुलाई में जब इस योजना के तहत बच्चों का दाखिला करा कर योजना की शुभारंभ की जाएगी तो योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा होना प्रस्तावित है. इस योजना का नाम भी शुभारंभ के समय हीं डिस्क्लोज किया जाएगा.