पटना : बिहार विधानसभा में शेरो-शायरी के साथ शिक्षा विभाग के बजट पर आज 3 घंटे चर्चा हुई. चर्चा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुए, क्योंकि आज सदन की कार्यवाही में भाग लेने नहीं पहुंचे थे. हालांकि आरजेडी के कई सदस्यों ने भाग लिया और बिहार सरकार की शिक्षा की नीति पर सवाल खड़ा किया.
विपक्ष आरोप लगाया कि विभाग में है भ्रष्टाचार
विपक्ष ने यह आरोप लगाया कि विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है. सरकार ने शिक्षा को चौपट कर दिया है. अब्दुल बारी सिद्धकी ने यहां तक कहा कि जितना बड़ा बजट है विभाग का उतनी ही अधिक भ्रष्टाचार भी है. दूसरी तरफ शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में आने के बाद से बिहार में शिक्षा में गुणात्मक सुधार आया है. कई योजनाएं चल रही है जिसका सीधा लाभ गरीबों को मिल रहा है.
आरजेडी सदस्यों ने सदन का किया बहिष्कार
शिक्षा का बजट 347 अरब 98 करोड़ 60 लाख 64 हजार का है. शिक्षा मंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि शिक्षकों की कमी को लेकर सदस्यों ने जो चिंता जाहिर की है सरकार उससे वाकिफ है. उसे दूर करने के लिए नियोजन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. शिक्षा मंत्री के जवाब से असंतोष आरजेडी सदस्यों ने सदन का बहिष्कार किया. हालांकि उससे पहले अब्दुल बारी सिद्धकी और शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा के बीच जमकर शेरो शायरी हुई.
शिक्षा मंत्री ने शेरो शायरी से नहीं जाने का किया अनुरोध
जब शेरो-शायरी चल रहा था उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में मौजूद थे. सदस्यों ने जमकर ठहाके भी लगाए. यही नहीं जब आरजेडी के सदस्य जाने लगे तो शिक्षा मंत्री ने शेरो शायरी के माध्यम से ही नहीं जाने का अनुरोध किया.
शेरो-शायरी पर विधानसभा अध्यक्ष ने ली चुटकी
शिक्षा विभाग के बजट के दौरान जब चर्चा चल रही थी और शेरो-शायरी हो रहा थी तो विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी ने भी चुटकी ली. उन्होंने कहा आप लोग अन्ताक्षरी खेल रहे हैं क्या? इस पर जमकर ठहाका लगा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खूब हंसे. शिक्षा मंत्री को चर्चा के बाद जवाब के लिए मात्र 20 मिनट ही विधानसभा अध्यक्ष ने समय दिया. इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि मात्र 20 मिनट. हालांकि शिक्षा मंत्री ने आरजेडी के बहिष्कार के बाद जल्दी बजट अभिभाषण समाप्त कर दिया और जो बच गया उसे विधानसभा अध्यक्ष ने पढ़ा हुआ मान लिया. उसके बाद शिक्षा विभाग का बजट बिना कटौती के पास हो गया.